अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने डोनाल्ड ट्रंप की तीखी निंदा की है और कहा है कि ट्रंप का वह मिजाज, जानकारी या बुनियादी ईमानदारी नहीं है जो राष्ट्रपति बनने के लिए जरूरी होती है।
भारतीय मूल के अमेरिकी लोग देश की कांग्रेस में अपनी संख्या बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं क्योंकि नवंबर में होने जा रहे चुनाव में इस समुदाय से महिलाओं सहित ज्यादा उम्मीदवारों के जीतने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि उनकी बेटियां सेना में जाने का फैसला करती हैं तो उन्हें इस बात पर गर्व होगा। हालांकि उन्होंने यह भी माना कि उन्हें थोड़ी घबराहट भी होगी। ओबामा ने वर्जीनिया में एक सैन्य टाउन हाॅल में कहा, यदि मालिया और साशा फैसला करती हैं कि वे इसमें :सेना में: जाना चाहती हैं, तो मुझे उन पर गर्व होगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इस्लामी आतंकवाद शब्द का इस्तेमाल नहीं करने के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि यह एक तरीके से गढ़ा गया मुद्दा है। उन्होंने कहा कि लोगों की जान लेने वालों के साथ इस्लाम को जोड़ने के पीछे कोई धार्मिक तर्क नहीं है।
हरियाणा के झज्जर जिले में एक निजी कॉलेज में दो पक्षों के बीच हुई मामूली झड़प के बाद कश्मीर घाटी के छह छात्रों की पिटाई करने का मामला सामने आया है। घटना के बाद कॉलेज प्रशासन ने आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निष्कासित कर दिया है।
अमेरिका ने राजनयिक जेफ्री डेलॉरेन्टिस को क्यूबा का राजदूत नियुक्त किया है। क्यूबा में किसी अमेरिकी राजदूत की यह नियुक्ति पांच दशक के अंतराल के बाद हुई है। ओबामा ने एक बयान में कहा एक राजदूत की नियुक्ति हम दोनों देशों के बीच और अधिक सामान्य तथा सार्थक संबंध बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
आतंकियों और अलगाववादियों की धमकी को धता बताते हुए पूरे कश्मीर से हजारों युवाओं ने विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) के 10,000 पदों के लिए आवेदन दिए हैं। कश्मीर में जारी अशांति में अब तक 82 लोगों की मौत हो चुकी है।
कश्मीर घाटी के हंदवाडा में आज फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है जबकि श्रीनगर के तीन पुलिस थाना क्षेत्रों में अभी भी प्रतिबंध जारी है। हिंसा और झड़पों के बाद कर्फ्यू और प्रतिबंधों की वजह से कश्मीर घाटी में आज लगातार 78वें दिन भी आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा।
अमेरिकी राष्ट्रपति के आगामी चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि यदि अमेरिका ने शरणार्थियों को सिर्फ मुस्लिम होने की वजह से लौटा दिया होता तो इससे आतंकवादियों के इस दुष्प्रचार और घिनौने झूठ को बढ़ावा मिलता कि अमेरिका इस्लाम का विरोधी है।