Advertisement

Search Result : "बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी"

इस्राइल ने रोका फलस्तीनी यूनिवर्सिटी को राष्‍ट्रपति का तोहफा

इस्राइल ने रोका फलस्तीनी यूनिवर्सिटी को राष्‍ट्रपति का तोहफा

राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी फलस्तीन की अल-कुद्स यूनिवर्सिटी को भारत की तरफ से आईटी उपकरण भेंट करने वाले हैं लेकिन इस्राइल भारतीय तोहफे में शामिल चार संचार प्रणालियों को विश्वविद्यालय में ले जाने की इजाजत शायद ही दे जिससे विवाद पैदा हो गया है।
देश की छवि खराब करती हैं दादरी जैसी घटनाएं: जेटली

देश की छवि खराब करती हैं दादरी जैसी घटनाएं: जेटली

उत्तर प्रदेश में गोमांस खाने की अफवाह से एक व्यक्ति की पीट पीट कर हत्या किए जाने की निंदा करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि इस प्रकार की घटनाएं देश की छवि खराब करती हैं।
क्‍यों कुलपति बनने के काबिल नहीं हैं सुब्रह़मण्यम स्वामी?

क्‍यों कुलपति बनने के काबिल नहीं हैं सुब्रह़मण्यम स्वामी?

सुब्रह़मण्यम स्वामी को जवाहरलाल नेहरू विश्‍वविद़यालय का कुलपति बनाने की चर्चा इतनी तेजी से शुरू हुई कि प्रायः हर किसी ने इसे सच मान लिया। अकादमिक दुनिया कान लगाकर आहट सुनने लगी। इस पर मीडिया माध्यमों से लेकर बौद्ध‍िक तबके में विमर्श का दौर शुरू हो गया और सुब्रह़मण्यम स्वामी की टिप्पणियां भी सामने आ गई। उन्होंने अपनी योजनाएं भी बता दीं कि वे जेएनयू में किस प्रकार नक्सलियों और ड्रग्स के शिकार लोगों को काबू में करेंगे। यह अपेक्षा भी जता दी कि सरकार उन्हें खुली छूट दे तो वे काम करने को तैयार हैं।
एएमयू से उठी हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध की मांग

एएमयू से उठी हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध की मांग

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) को आतंकवाद की नर्सरी कहने पर भड़के एएमयू छात्रों ने हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष सुनील सिंह व अन्य नेताओं की गिरफ्तारी और प्रदेश में हिंदू युवा वाहिनी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। यह मामला ठंडा भी नहीं हुआ था कि 19 सितंबर की रात यूनिवर्सिटी कैंपस में रसायन विभाग के सामने छात्र आलमगीर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इससे छात्रों में आक्रोश है। आलमगीर यूनिवर्सिटी में सामाजिक कार्य विषय में स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र थे।
हिंदी दिवस पर कवियों का जुटान

हिंदी दिवस पर कवियों का जुटान

कवि-कहानीकारों के लिए वैसे तो हर दिन हिंदी का दिन होता है। लेकिन साल में एक दिन खास मनाया जाता है जो हिंदी के लिए कोने-कोने में प्रयासरत लोगों को एक मंच पर जुटा लाता है।
जेएनयू छात्रसंघ: लेफ्ट का दबदबा लेकिन एबीवीपी की वापसी

जेएनयू छात्रसंघ: लेफ्ट का दबदबा लेकिन एबीवीपी की वापसी

जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव में वामपंथियों का दबदबा इस बार भी कायम रहा है। पहली बार अध्‍यक्ष पद पर सीपीआई समर्थित ऑल इंडिया स्‍टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएफ) का उम्‍मीदवार जीता है लेकिन 14 साल बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) भी जेएनयूएसयू सेंट्रल पैनल में वापसी करने में कामयाब रही। दिल्‍ली यूनिवर्सिटी छात्रसंघ चुनाव में सभी सीटों पर जीतने वाली एबीवीपी के लिए यह एक बड़ी सफलता है। हालांकि, जेएनयू अभी भी लेफ्ट का गढ़ है लेकिन एबीवीपी का असर बढ़ रहा है।
आजादी विशेष / दलितों के लिए कानून हैं, अमल नहीं

आजादी विशेष / दलितों के लिए कानून हैं, अमल नहीं

भारतीय संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर ने दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के उत्थान के लिए संविधान में कई अनुच्छेद बड़ी सतर्कता से शामिल किए। इन अनुच्छेदों में समाज में दलितों को समान दर्जा, अस्पृश्यता उन्मूलन और उनके प्रति भेदभाव मिटाने के प्रावधान, सबके लिए मौलिक अधिकारों के प्रावधान, समान न्यायिक सुरक्षा, मताधिकार और शिक्षा, रोजगार, पदोन्नति में आरक्षण, तरक्की तथा राजनीतिक प्रतिनिधित्व के प्रावधान रखे गए।
लंदन में अंबेडकर का घर खरीदने में जुटी महाराष्ट्र सरकार

लंदन में अंबेडकर का घर खरीदने में जुटी महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री राजकुमार बडोले ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही लंदन स्थित उस तीन मंजिला घर का अधिग्र्रहण करेगी जहां कभी डाॅ. भीमराव अंबेडकर रहते थे। अभी इसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं।
Advertisement
Advertisement
Advertisement