दक्षिणी इंग्लैंड में हुए सड़क हादसे में तीन भारतीयों की मौत हो गई। ये सभी विप्रो में काम करते थे। ये तीनों उस मिनी बस पर सवार थे जो दो ट्रकों की चपेट में आ गई थ्ाी। इस हादसे में कुल आठ लोगों की मौत हुई थी।
भोपाल के यूनियन कार्बाइड कारखाने से दो और तीन दिसंबर 1984 के बीच की रात को जहरीली गैस रिसने से करीब 15,000 लोगों की मौत हो गयी थी और लाखों लोग प्रभावित हुए थे।
मृगेन पटेल ने लिखा कि जेएनयू के कुलपति परिसर में टैंक रखवाने की बात कर रहे हैं तो माखन लाल चतुर्वेदी पत्रकारिता वि.वि. के कुलपति परिसर में गौशाला बनवा रहे हैं।