एक नयी पारी की शुरुआत करते हुए भारतीय क्रिकेट की चैंपियन तिकड़ी सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण आज नवगठित सलाहकार समिति के जरिये बीसीसीआई से जुड़ गए जो खेल से जुड़े सभी मसलों पर बोर्ड को मार्गदर्शन देगी।
इंडिया हैबिटेट सेंटर का केसोरिना हॉल। जब हम पहुंचे तो हॉल में गिनती के लोग। देखते ही देखते हॉल में बच्चों की शैतानियां शुरू हो गईं। मम्मियों की आंखें लाल होने लगीं और इस सबके बीच सज गया मंच, ‘मम्मा की डायरी’ पर बातों के लिए। नताशा ने संचालन का जिम्मा उठाया और लेखिका अनु सिंह चौधरी ने बातों की भूमिका बांधी। एक सवाल के साथ, ‘मैं मां न होती तो न जाने क्या होती?’ औपचारिक शुरुआत दिल्ली विश्वविद्यालय के कुछ छात्रों की बनाई फिल्म, ‘आओगी न मां’ से हुई। संवाद के तौर-तरीके चिट्ठी-पत्री से बदल कर ईमेल तक पहुंचे।
अगर आपको भीड़ से घबराहट होती है लेकिन आप किसी तीर्थ पर भी जाना चाहते हैं और यह भी सोचते हों कि वहां बच्चे बोर न हो जाएं तो ज्यादा सोचें नहीं। चंडीगढ़ से 125 किलोमीटर दूर हिमाचल प्रदेश में शांत पहाड़ों के बीच एकांत में सिमटा एक तीर्थ है। अपने आप में इतिहास समेटे हुए। अहम बात यह है कि यहां पूरे परिवार के साथ आएं। बच्चे हों या नौजवान यहां सभी के लिए भरपूर रोमांच और मस्ती है।
5 मई को लोकसभा में एक प्रश्न के उत्तर में भारतीय जनता पार्टी सरकार ने आधिकारिक तौर पर माना कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के परिवार के सदस्यों की 20 सालों तक कथित जासूसी की जांच वह नहीं करवाने जा रही है। गृहराज्यमंत्री हरिभाई पारथी भाई चौधरी ने लोकसभा में एक लिखित सवाल के जवाब में यह भी माना कि नेताजी से संबंधित और कोई दस्तावेज सरकार सार्वजनिक नहीं करेगी।
सरकार ने मंगवार को बताया कि राजद्रोहपूर्ण गतिविधियों में संलिप्तता के लिए कट्टरपंथी अलगाववादी नेता मसर्रत आलम के खिलाफ नई प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं और उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया, साथ ही प्रदेश सरकार से कहा गया है कि उसके खिलाफ दर्ज सभी आपराधिक मामलों पर गहनता से कार्रवाई की जाए।
मसूरी स्थित आइएएस प्रशिक्षण अकादमी में फर्जी प्रशिक्षु के नाम पर रह रही महिला का मामला उजागर होने के बाद सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि एक महिला छह महीने से इस अकादमी में फर्जी कार्ड बनाकर रह रही थी लेकिन किसी को खबर तक नहीं लगी।