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Search Result : "लचर व्‍यवस्‍था"

नेपाल में नया संविधान लागू, हिंसक झड़पों का सिलसिला तेज

नेपाल में नया संविधान लागू, हिंसक झड़पों का सिलसिला तेज

नेपाल में सात वर्षों की सियासी कशमकश के बाद तैयार एेतिहासिक संविधान लागू हो गया है। इसके साथ ही नेपाल एक हिंदू राजशाही से पूरी तरह धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक गणतंत्र में परिवर्तित हो गया। लेकिन इसका विरोध करते हुए मधेसी समूह कई जगह हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं जिसमें एक व्‍यक्ति के मारे जाने और दर्जनों लोगों के घायल होने की खबर है। स्थिति पर काबू पाने के लिए 14 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है।
7.5 से घटकर 7% रह गई देश की जीडीपी ग्रोथ

7.5 से घटकर 7% रह गई देश की जीडीपी ग्रोथ

अर्थव्‍यवस्‍था के मोर्चे पर मोदी सरकार को झटका लगा है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) के दौरान सकल घरेलू उत्‍पाद यानी जीडीपी की विकास दर घटकर 7 फीसदी रह गई है। जबकि इससे पहली तिमाही (जनवरी-मार्च) में यह आंकड़ा 7.5 फीसदी तक पहुंच गया था।
संभलने के बाद सेंसेक्‍स 425 अंक लुढ़का, उतार-चढ़ाव जारी

संभलने के बाद सेंसेक्‍स 425 अंक लुढ़का, उतार-चढ़ाव जारी

आज भारतीय शेयर बाजार मजबूती के साथ खुले लेकिन बाजार में भारी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। सुबह उछाल के साथ खुलने के बाद सेंसेक्‍स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। करीब 11.45 बजे सेंसेक्स 425 अंक गिरकर 25,322 पर आ गया जबकि निफ्टी 132 अंक की गिरावट के साथ 7,680 पर है।
सेंसेक्‍स में 1624 अंकों की रिकॉर्ड गिरावट, रुपया 66.64 तक टूटा

सेंसेक्‍स में 1624 अंकों की रिकॉर्ड गिरावट, रुपया 66.64 तक टूटा

कारोबार सत्र के दौरान सेंसेक्‍स में वर्ष 2008 से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई है जबकि एक दिन में सेंसेक्‍स के इतिहास की यह अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है। निफ्टी भी 500 से ज्‍यादा अंकों की गिरावट के साथ 7800 के नीचे आ गया। उधर, रुपये में भी गिरावट का दौर जारी है और डॉलर के मुकाबले रुपया 66.64 तक टूट चुका है।
सरकारी बैंकों में डूबते कर्ज से जेटली चिंतित

सरकारी बैंकों में डूबते कर्ज से जेटली चिंतित

सरकारी बैंक भारी डूबत कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं। 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष तक उनका सकल एनपीए 2.67 लाख करोड़ रुपये था जो पूरे बैंकिंग उद्योग के एनपीए का 86 प्रतिशत बैठता है।
सोना हुआ सस्‍ता, क्‍या अभी निवेश का सुनहारा मौका

सोना हुआ सस्‍ता, क्‍या अभी निवेश का सुनहारा मौका

वर्ष 2011 में अपने अब तक के सबसे ऊंचे भाव 1,900 $ से करीब 42 प्रतिशत गिरकर यह कीमती धातू अपने पांच साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंच गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्‍या यह सोने में निवेश का सही समय है? जवाब दे रहे हैं आउटलुक बिजनेस के एक्‍सपर्ट
ग्रीस संकट: भारत कमर कस ले तो अच्छा

ग्रीस संकट: भारत कमर कस ले तो अच्छा

यह कोई लंबे चाकुओं वाली रात (नाईट ऑफ लॉन्ग नाईव्ज) नहीं थी। इस बार यह सबको पता था। यूनान के यूरोजोन से बाहर हो जाने को रोकने के लिए एक समाधान निकाल लिया जाएगा, यह और कुछ नहीं सिर्फ एक भोली भाली सोच थी। जैसे ही यूनान के अनियत मार्क्सवादी वित्त मंत्री यानिस वारूफकिस ने अपना पद छोड़ा तो स्टॉक बाजार और मुद्रा विनीमय केंद्र को समझ में ही नहीं आया कि कैसी प्रतिक्रिया दें, राहत मिलने की या घबराहट या गुस्से और खुशी वाली कि सबसे बुरा दौर खत्म हो गया है।
यूनान संकट: भारत और दुनिया के लिए सबक

यूनान संकट: भारत और दुनिया के लिए सबक

जहां तक यूनान के मौजूदा संकट का सवाल है, इससे जुड़े मजाक की भी अपनी-अपनी विचारधाराएं हैं। एक प्रचलित चुटकुले का पूंजीवादी संस्करण इस प्रकार है। डच होने की पहचान यह है कि एक रेस्तरां में एक टेबल पर साथ में खाना खाए लोग मिलकर बिल का भुगतान करते हैं जबकि ग्रीक होने का मतलब है खाना खा लेने और शराब पी लेने के बाद जब सभी उठते हैं तो पता चलता है कि बिल देने के लिए किसी के पास पैसे नहीं हैं। इसी लतीफे का समाजवादी संस्करण यह है कि जिन लोगों ने खाने का आर्डर दिया है उन्हें पता चलता है कि उनका खाना रेस्‍तरां का मालिक खा गया और अब बिल उनको भरना है।
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