केंद्रीय शहरी विकास और सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू ने आज विपक्ष की राष्ट्रपति पद के उम्मीदावर को लेकर हुई बैठक पर चुटकी लेते हुए उन्हें बंटा हुआ करार दिया है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल जुलाई में खत्म होने जा रहा है। ऐसे में विपक्षी पार्टियों में राष्ट्रपति उम्मीदवार को लेकर गर्मा-गर्मी बढ़ गई है।
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष को लामबंद करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कोशिशे तेज कर दी है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी रणनीति फाइनल करने के लिए 26 मई को सभी विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है। संसद की लाइब्रेरी बिल्डिंग होने वाली इस बैठक में अगर सहमति बनी तो हो सकता है कि उसी दिन विपक्ष अपने साझा उम्मीदवार के नाम की घोषणा भी कर दे।
लालू यादव की बेटी व दामाद तथा पी चिदम्बरम व उनके बेटे के ठिकानों पर जांच एजेंसियों के छापों से राजनीति एकाएक गरमा गई है। विपक्ष का कहना है कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्षी दलों की एकजुटता से सरकार घबरा गई है जिसके चलते सारी कार्रवाई की जा रही है।
ईवीएम के मुद्दे पर चुनाव आयोग द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में विपक्ष बंटा नजर आया। ईवीएम से टेपरिंग की बात कर रहे सौरभ भारद्वाज अब वीवीपैट से चुनाव कराने की बात कर रहे हैं तो बसपा बैलेट पेपर से चुनाव के हक में हैं। जदयू के के सी त्यागी ने आयोग से चुनाव को लेकर विश्वास बहाल करने को कहा है। इस दौरान आयोग ने ईवीएम से सिक्योरिटी फीचर को लेकर एक प्रेजेंटेशन दिया।
राजस्थान विधान सभा में बुधवार को हुए अभूतपूर्व हंगामे के बाद अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने अनुशासनहीनता के आरोप में कांग्रेस के बारह सदस्यों समेत चौदह विधायकों को एक साल के लिए विधान सभा की सदस्यता से निलम्बित कर दिया।
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की सक्रियता में काफी कमी आ गई थी। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में भी वे फ्रंट पर नहीं दिखीं। लेकिन अब राष्ट्रपति चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने में उनकी सक्रियता साफ देखी जा रही है।
देश के वरिष्ठतम राजनेताओं में शुमार और देश में कृषि और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाल चुके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार भाजपा को रोकने के लिए विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने और उनका नेतृत्व करने की पहल कर सकते हैं। इस बात का संकेत उन्होंने उनके जीवन पर लिखी जद(यू) महासचिव केसी त्यागी की किताब के विमोचन के मौके पर दिया है।
कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने ईवीएम को लेकर देशभर में छिड़ी बहस का विरोध किया है। उन्होंने ईवीएम का समर्थन करते हुए, इसको लेकर हो रहे विरोध को बेकार बताया है। उन्होंने कहा कि हम इवीएम में हुई गड़बड़ी के आरोपों की जांच के लिए कमेटी बना सकते हैं, लेकिन दोबारा पुरानी प्रक्रिया से चुनाव कराने का सवाल नहीं उठता।