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Search Result : "शहरी प्रदूषण"

मैसूर देश का सबसे स्वच्छ शहर, वाराणसी-पटना निचले पायदान पर

मैसूर देश का सबसे स्वच्छ शहर, वाराणसी-पटना निचले पायदान पर

कर्नाटक के मैसूर ने एक बार‍ फिर भारत के सबसे स्व्‍च्छ शहर का खिताब हासिल किया है। केंद्र सरकार की ओर से 73 शहरों में कराए गए सर्वेक्षण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में आने वाला वाराणसी शहर साफ-सफाई के मामले में सबसे निचले पायदान पर है।
ऑड-ईवन योजना फिर से लागू

ऑड-ईवन योजना फिर से लागू

दिल्ली में ऑड-ईवन योजना का दूसरा चरण एक अप्रैल से 15 दिनों के लिए लागू होने जा रहा है। इस दफा भी महिलाओं को छूट मिलेगी।
चर्चाः एक बार फिर कारों को धक्का | आलोक मेहता

चर्चाः एक बार फिर कारों को धक्का | आलोक मेहता

खास आदमी धीरे-धीरे ‘आम आदमी’ के रास्ते पर आ जाएगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने सरकारी नौकरी में रहते हुए ‘सूचना अधिकार’ अभियान के लिए अंतरराष्ट्रीय मैगसायसाय अवार्ड ले लिया था। राजनीति में आने के बाद प्रदूषण मुक्ति अभियान के लिए वह दुनिया में नया रिकार्ड बनाने की कोशिश में हैं।
गंगा के किनारे चमड़ा सुखाने पर प्रतिबंध

गंगा के किनारे चमड़ा सुखाने पर प्रतिबंध

गंगा नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए जिला प्रशासन ने गंगा किनारे टेनरी मालिकों के चमड़ा सुखाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसकी जांच के लिए प्रशासन ने टीमों का गठन किया है, जो इस पर नजर रखेंगी और चमड़ा सुखाते पाए जाने पर कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
चर्चा: उत्तर प्रदेश की साइकल ‘पंक्चर’ | आलोक मेहता

चर्चा: उत्तर प्रदेश की साइकल ‘पंक्चर’ | आलोक मेहता

उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी का चुनाव चिन्ह साइकल है। प्रदेश विधान-सभा का चुनाव 2017 में हैं। युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश को आधुनिक बनाने की योजनाएं बनाकर केंद्र को भेजते रहे हैं। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश के सर्वाधिक सांसद कंधों का योगदान है।
चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

चर्चाः नियम-कानून आतंक न बने | आलोक मेहता

सुप्रीम कोर्ट ने सही राय दी है कि प्रदूषण नियंत्रण के नियम-कानून इस तरह न लागू हों, जिससे अर्थव्यवस्‍था ही चौपट हो जाए। दिल्ली या केंद्र सरकार हड़बड़ी या दबावों के कारण पिछले कुछ अर्से से ऐसे कदम उठाती रही हैं। इसलिए सुप्रीम कोर्ट की राय के बाद विभिन्न मंत्रालयों में तालमेल और पूर्वाग्रहों-दबावों से हटकर पर्यावरण संरक्षण के प्रयास करने होंगे।
शहरी कचरे से खाद बनाने पर प्रति टन 1,500 रुपये की मदद

शहरी कचरे से खाद बनाने पर प्रति टन 1,500 रुपये की मदद

सरकार ने शहरी इलाकों में ठोस कचरे से बनी खाद की बिक्री पर 1,500 रुपये प्रति टन की मदद को आज मंजूरी दे दी। किसान इस खाद का इस्तेमाल जैविक उर्वरक के रूप में कर सकते हैं। केंद्रीय उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी। इस बाजार विकास सहायता से किसानों के लिए कंपोस्‍ट खाद की खुदरा कीमत में कमी आने की उम्मीद है।
चिकित्सा का पवित्र पेशा और डर का धंधा

चिकित्सा का पवित्र पेशा और डर का धंधा

मरीजों को डराकर कमाई करने का धंधा चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। मरीज की स्थिति को गंभीरतम दिखाने के लिए कई बार फर्जी तरीकों का सहारा भी लिया जाता है। कॉरपोरेट अस्पतालों में लागू प्रदर्शन आधारित भुगतान की व्यवस्‍था से स्थिति बदतर हो रही है।
चर्चा: नमामि गंगे पर पहरा | आलोक मेहता

चर्चा: नमामि गंगे पर पहरा | आलोक मेहता

गंगा हिमालय से निकलती है, लेकिन सागर तक पहुंचने में बहुत रोड़े आते हैं। केंद्र और राज्य सरकारें लगभग तीस वर्षों से गंगा को पवित्र बनाए रखने के लिए हजारों करोड़ खर्च कर चुकी हैं, लेकिन ‘पुण्यलाभ’ नहीं मिल पा रहा है। गंगा अधिक मैली होती गई है। गंगा किनारे बसे शहरों की तरक्की के साथ मोहल्ले का कचरा, मल-मूत्र ही नहीं औद्योगिक बस्तियों के जहरीले रसायनों से गंगा को अपवित्र एवं प्रदूषित किया गया। अब नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने सरकार की नमामि गंगे योजना में फंड जारी करने पर रोक लगा दी है। ट्रिब्यूनल इस बात से खफा हुआ कि उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश की सरकारों ने गंगा में प्रदूषण से जुड़े सवालों पर स्पष्ट जवाब तक नहीं दिए।
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