पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनावों के पहले चरण में शांतिपूर्ण तरीके से भारी मतदान हुआ और दोनों राज्यों में क्रमश: 80 और 70 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
भारत माता की जय संबंधी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत की टिप्पणी के कुछ दिन बाद संगठन के एक शीर्ष पदाधिकारी ने कहा है कि वास्तव में वंदे मातरम् ही राष्ट्रगान है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रिमंडल में पहली बार फेरबदल करने जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि 31 मार्च को बजट सत्र खत्म होते ही वह अपने मंत्रिमंडल के दो मंत्रियों को बर्खास्त कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से खबर है कि विधानसभा उपाध्यक्ष बंदना कुमारी को अध्यक्ष बनाया जा सकता है जबकि मौजूदा अध्यक्ष रामनिवास गोयल को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के बीच आज घंटों विचार-विमर्श हुआ जिसमें संघ की हालिया नागौर बैठक में हुए चिंतन और भाजपा की दो दिवसीय कार्यकारिणी में उठे मुद्दों के बारे में गहन चर्चा हुई। इस बैठक में संगठनात्मक पदों पर फेरबदल के नामों की सूची बन गई है और अंतिम फैसला प्रधानामंत्री नरेंद्र मोदी से सलाह के बाद होगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने पिछले 91 वर्षों से अपनी पहचान रही खाकी निकर को छोड़कर अब अपने स्वयंसेवकों के लिए भूरे रंग की पतलून को गणवेश के रूप में मान्यता दे दी है।
वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए आरोप लगाया कि इस सरकार में कोई संवाद नहीं हो रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सरकार का हाल इंदिरा गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस की उस सरकार की तरह हो सकता है जिसे आपातकाल के बाद मुंह की खानी पड़ी थी।
सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष चुने जाने के कुछ घंटे बाद अमित शाह ने पार्टी के बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के लिए लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शाह के पार्टी अध्यक् निर्वाचित होने के उपलक्ष्य में पार्टी मुख्यालय में मनाए गए जश्न में अनुपस्थित थे।
कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी रहे भाजपा नेता संजय जोशी ने सरकार के कामकाज की तारीफ क्या की पार्टी में उनका कद बढ़ गया है। पार्टी के अंदर इस बात की सुगबुगाहट तेज हो गई है कि अब जल्द ही जोशी को बड़ा जिम्मेदारी मिल सकती है।
भाजपा के पूर्व महासचिव संजय जोशी के लखनऊ पहुंचते ही सरगर्मी तेज हो गई कि अगले साल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोई महत्वपूर्ण भूमिका मिल सकती है। हालांकि जोशी युवा दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए पहुंचे हैं।
असंतोष और टकराव का लाल गलियारा बेहद लंबा है। आज राज्य के अर्द्ध सैन्य बल और प्रतिरोधी आदिवासी आमने-सामने हैं। आखिर क्यों है ऐसा? समाज विज्ञानी, लेखक और पत्रकार रामशरण जोशी इस ‘क्यों’ की पड़ताल अपनी नई पुस्तक ‘यादों का लाल गलियारा-दंतेवाड़ा’ में करते हैं।