एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी को एनडीटीवी ने अन्यायपूर्ण करार दिया है। इस मसले पर मीडिया जगत के लोग एनडीटीवी के समर्थन और विरोध दोनों में बंटे दिखाई दिए। अब चैनल ने सरकार को छह बिंदुओं का जवाब दिया है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि राज्य के अखबारों ने उनके द्वारा दिए विज्ञापनों को छापने से मना कर दिया है। इसके लेकर पार्टी ने प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को लिखित में शिकायत की है।
भागलपुर कोषागार से 47 लाख रुपये के चारा घोटाले मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव मंगलवार सुबह पटना की सीबीआई कोर्ट में पेश हुए। उनके साथ अन्य आरोपियों की भी पेशी हुईथी। मामले में अभी भी सीबीआई को गवाह पेश करना है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉय पर हुई सीबीआई की कार्रवाई को लेकर कुछ नेताओं के बयान आए हैं। वहीं कुछ नेताओं ने चुप्पी साध ली है। जहां मीडिया जगत में इस कार्रवाई को दुर्भावनापूर्ण हमला माना जा रहा है, वहीं राजनीतिक हलकों में भी कुछ नेता प्रणय रॉय और एनडीटीवी के समर्थन में उतर आए हैं। लेकिन कई बड़े नेता जो अक्सर अलग-अलग मसलों पर ट्वीट करते रहते हैं उनका यहां मौन रहना समझ से परे है।
एनडीटीवी के मालिक प्रणय रॉय पर सीबीआई की छापेमारी से मीडिया जगत में हलचल तेज हो गई है। सोमवार को प्रणय रॉय पर हुई इस कार्रवाई को लेकर पत्रकारों द्वारा काफी तीखी प्रतिक्रिया दी जा रही है।
एनडीटीवी के प्रमोटर प्रणय रॉव के ठिकानों पर सीबीआई के छापों के साथ ही बाबा रामदेव के एनडीटीवी को खरीदने से जुड़ी खबरें आ रही हैं। सोशल मीडिया पर इस पर भी आज बहस चल निकली है।
CBI ने आईसीआईसीआई बैंक को नुकसान पहुंचाने के आरोपों के चलते सोमवार को NDTV के संस्थापक प्रणय रॉय और उनकी पत्नी के दिल्ली और देहरादून स्थित चार आवासों पर छापा मारा। NDTV ने CBI की इस कार्रवाई को पुराने आरोपों को लेकर परेशान करने वाली कार्रवाई करार दिया है। CBI अपनी FIR में उन पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दफ्तर में तैनाती कराने से अफसर बच रहे हैं और किसी न किसी बहाने से वहां से निकल जा रहे हैं। अफसरों को डर है कि अगर ज्यादा दिन यहां रहे तो सीबीआई की गाज गिरना तय है। यानी मुख्यमंत्री का दफ्तर जल्द ही बिना अफसरों के हो जाएगा। माना जा रहा है कि हालात के चलते केजरीवाल दिल्ली के बाहर से अफसर ला सकते है या निजी तौर पर स्टाफ नियुक्त कर सकते हैं।