मध्यप्रदेश में मानव एवं जंगली जानवरों के बीच बढ़ी संघर्ष की घटनाओं के कारण पिछले पांच साल में करीब 260 लोगों न अपनी जान गंवाई है, तो घायलों की संख्या 10,955 बताई गई है।
नोटबंदी से अस्पतालों में कैश की कमी की वजह से देश के कुछ हिस्सों से मौतों की खबर सुनने को मिली लेकिन अब नोटबंदी की वजह से शादी भी टूट रही है। लड़के वाले समझ रहे हैं कि नोटबंदी का बहाना बनाकर लड़की वाले दहेज के सामान में कटौती कर लेंगे। नतीजन पहलेे से तय विवाह अब टूटने लगे हैं।
महाराष्ट्र के आदिवासी विकास मंत्री विष्णु सावरा ने कुपोषण से हुई बच्चों की मौत पर लापरवाही भरा बयान दिया है। उन्होंन कहा है कि 'कुपोषण से 600 बच्चों की मौत हुई हैं तो होने दो।' ऐसा गैरजिम्मेदाराना बयान आने के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने सीएम से उन्हें मंत्रिमंडल से निकालने की मांग की है।
देश की राजधानी में जानलेवा डेंगू और चिकनगुनिया का घातक असर दिखने लगा है। अस्पतालों में चिकित्सा की बदहाल व्यवस्था से मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसी भयानक स्थिति के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन तक दिल्ली से गायब हैं। शहर में दिल्ली सरकार का सिर्फ एक मंत्री मौजूद है। वह भी दिल्ली के उप राज्यपाल और तीनों निगमों के मेयर पर बदहाल व्यवस्था के लिए आरोप लगा रहा है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे चिकनगुनिया से मरने वालों की संख्या 4 हो गई है।
केंद्र सरकार और तमिलनाडु सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के वर्ष 2014 के फैसले के तहत सीवर-सेप्टिक टैंक में मौतों पर दस लाख का मुआवजा देने से बचने के लिए अदालत में की थी अपील
हंदवाड़ा में जिस लड़की के साथ कथित छेड़छाड़ के बाद शुरू हुए झड़प में 6 लोगों की जान चली गई, उसका शनिवार की शाम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के ढोल की पोल गुजरात में खुल रही। अहमदाबाद में सीवर में मौत के बाद एफआईआर तक आसानी से नहीं होती है दर्ज, गौर कानून प्रथा चल रहे है खुलेआम, सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप 10 लाख रुपये का मुआवजा भी परिजनों को नहीं नसीब
भाजपा सफाई कर्मचारियों के लिए फिर दांव चलने की तैयारी में। जबकि सैंकड़ों सफाई कर्मचारी सीवर-सेप्टिक टैंक में मर रहे हैं और केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर पूरी तरह खामोश हैं।