कश्मीर के गुरेज सेक्टर में हुए हिमस्खलन में लापता हुए चार सैनिकों के शव आज बरामद किए गए। हिमस्ख लन के बाद बर्फीले तूफान में अब तक 14 जवान शहीद हो गए हैं।
दक्षिणी कश्मीर की सुदूर पहाड़ियों पर तैनात राष्ट्रीय राइफल्स की एक इकाई में खुशी का माहौल है क्योंकि दुर्दांत आतंकवादी बुरहान वानी का सफाया करने को लेकर उसके तीन कर्मियों को सेना पदक से सम्मानित किया गया है। वानी के मारे जाने से घाटी में महीनों तक हिंसा रही थी।
अमेरिकी सेना ने खुद को अल्पसंख्यक धर्मो और संस्कृतियों के संदर्भ में अधिक समावेशी बनाते हुए हाल ही में एक नया नियमन जारी किया है। इस नियमन के जरिए सेना ने पगड़ी, हिजाब पहनने वाले या दाढ़ी रखने वाले लोगों को सेना में भर्ती होने की मंजूरी दे दी है।
तुर्की में साप्ताहिक खरीदारी के लिए सैनिकों को लेकर जा रही एक बस को निशाना बनाकर आज किए गए एक कार बम विस्फोट में 13 सैनिक मारे गए और दर्जनों जख्मी हो गए। इन सैनिकों को अनिवार्य तौर पर सेवा देने के नियम के तहत हाल ही में भर्ती किया गया था।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने गुरुवार को कहा कि केवल एक लाख पूर्व-सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन योजना के अनुसार पेंशन पाने में दिक्कत आ रही है और इसे दो महीने में सुलझा लिया जाएगा।
लद्दाख की बर्फीली ऊंचाइयों पर नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुस आए चीनी और भारतीय सैनिकों के बीच गतिरोध अब भी कायम है। बुधवार को पिपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के जवान भारतीय क्षेत्र में घुस आए थे और मनरेगा योजना के तहत किए जा रहे सिंचाई नहर के निर्माण कार्य को रोक दिया था।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखकर सैनिकों के हक में आवाज बुलंद की है। राहुल ने चिट्ठी में कहा है कि सेना के जवानों को वो सब कुछ मिलना चाहिए जिसके वे हकदार हैं।
जीवन के 74 वसंत पूरे करने वाले हिंदी सिनेमा के महानायक अमिताभ बच्चन ने आज कहा कि यह अपने देश के सैनिकों के साथ एकजुटता प्रकट करने का समय है जो सीमा पर आतंकी हमलों का सामना कर रहे हैं।
सीमा पर भारतीय सैनिकों के बलिदान को याद करते हुए राष्ट्रीय हाकी टीम के कप्तान पीआर श्रीजेश ने आज कसम खायी कि उनकी टीम अगले महीने मलेशिया में होने वाली एशियाई चैंपियन्स ट्राफी में पाकिस्तान को हराने के लिये जी जान लगा देगी।
19 जून 1966 को बाल ठाकरे ने महाराष्ट्र में शिवसेना की स्थापना की थी। उन्होंने उस वक्त वादा किया था कि दल का उद़देश्य 80 फीसदी सामाजिक कार्य और 20 फीसदी राजनीति करना होगा। लेकिन शिवसेना की उधेड़बुन की राजनीति से यह आभास हो रहा है कि शिवसेना ने स्थापना के अपने स्लोगन को लगभग भुला दिया है। गठन के बाद से ही शिवसेना ने खुद को 100 फीसदी राजनीतिक पार्टी के तौर पर स्थापित किया है।