![आतंकवाद : ब्रांडिंग नई, चुप्पी वही](https://outlookhindi-assets.s3.ap-south-1.amazonaws.com/public/uploads/article/gallery/f86f47d564bc6f6be32f463ae565ac4d.jpg)
आतंकवाद : ब्रांडिंग नई, चुप्पी वही
आतंकवाद आज किसी एक देश, प्रांत की समस्या नही बल्कि समूची दुनिया के लिये चुनौती बन गया है। ये आंतकी भले ही अलग-अलग देशों से ताल्लुकात रखते हों पर इनके नापाक इरादे एक से हैं। चिंतित होने वाली बात है कि इस बढ़ती कट्टरता की ओर पढ़ा-लिखा मुस्लिम युवा भारी मात्रा मेंं जुड़ रहा है। लेकिन मुस्लिम समुदाय के ही मौलवी और बड़े बुजुर्ग समझदार इसके विरोध में अभी तक खुलकर सामने नहीं आए हैं।