आइएएस अधिकारी डी. के. रवि के पिता ने बुधवार को कहा कि उन्हें अपने बेटे की मौत में गहरी साजिश का अंदेशा है। उन्होंने कहा, ‘लगता है कि वह बिल्डरों के दबाव में जी रहा था।’
कर्नाटक में आइएएस अफसर डीके रवि की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत की वजह से विधानसभा में हंगामा रहा। भारत जनता पार्टी ने रवि की मौत के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की है। भाजपा का कहना है कि राज्य सरकार ईमानदार अफसरों की रक्षा नहीं कर पा रही है।
नगालैंड के दिमापुर में बलात्कार के एक आरोपी को जेल से बाहर खींचकर पीट पीटकर उसकी हत्या करने वाली भीड़ में शामिल होने का एक संदिग्ध पुलिस की गोलीबारी में मारा गया। हालांकि हालात नियंत्रण में बताये जाते हैं।
अभिजीत रॉय के पिता ने अपना घर और मातृभूमि पूर्वी पाकिस्तान, अब बांग्लादेश, छोडक़र भारत जाने से इन्कार कर दिया था। अभिजीत के पिता ढाका विश्वविद्यालय में फिजिक्स पढ़ाते थे। खुद अभिजीत ने सिंगापुर की नेशनल युनिवर्सिटी में अध्ययन किया। पेशे से इंजीनियर अभिजीत ने एक मुस्लिम महिला रफीदा अहमद 'बॉन्या (वन्या)’ से प्रेम विवाह किया। वह पैदा तो हिंदू हुए थे लेकिन बड़े होकर नास्तिक बने।
रूसी मूल की पत्रकार मारिया गोलावनीनी पाकिस्तान में अपने घर में मृत पाई गईं। मारिया पाकिस्तान में रॉयटर्स की ब्यूरो चीफ थीं। पूछताछ के लिए पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। पाकिस्तान के साथ-साथ वह अफगानिस्तान की खबरों पर भी नजर रखती थीं।
महाराष्ट्र के चर्चित कम्युनिस्ट नेता गोविंद पानसरे की मौत हो गई है। कोल्हापुर में सोमवार की सुबह सैर के वक़्त दो अनजान लोगों ने उन्हें गोली मार दी थी। उनसे साथ पत्नी उमा पानसरे भी घायल हो गई थीं।
उत्तर पूर्वी नाइजीरिया में दो आत्मघाती हमलों में कम से कम 38 लोग मारे गए। देश में 28 मार्च को चुनाव होने हैं और बोकोहरम के नेता ने मतदान में व्यवधान डालने की धमकी दी है।
डेनमार्क में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रंद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है। इस बीच ख़बर आयी है कि पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में संदिग्ध की मौत हो गई है। उसकी पहचान 22 वर्षीय उमर-अल-हुसैन के रूप में की है।
देश में 600 से ज्यादा लोगों की जान ले चुके स्वाइन फ्लू के फैलने के लिए अनुकूल मौसम के अलावा घनी आबादी भी उतनी ही जिम्मेदार है। हालांकि डॉक्टरों का कहना चंद सावधानियां ही इस बीमारी को नियंत्रित करने के लिए काफी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ. के.के. अग्रवाल कहते हैं कि वह मरीजों को यही सलाह देते हैं कि फ्लू के लक्षण उभरते ही तीन दिनों तक खुद को भीड़भाड़ से दूर रखें, मास्क का इस्तेमाल करें और लोगों से हाथ मिलाने से परहेज करें।