उत्तराखंड में आज रिक्टर पैमाने पर 5.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिसे दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य भागों में भी महसूस किया गया। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की इकाई राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान ब्यूरो के ऑपरेशन प्रमुख जे.एल. गौतम ने बताया कि भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग जिले में था। उन्होंने बताया, भूकंप की गहराई 33 किलोमीटर थी और यह रात 10 बजकर 33 मिनट पर आया।
त्रिपुरा में आज दोपहर आए 5.7 की मध्यम तीव्रता के भूकंप से देश का पूर्वोत्तर क्षेत्र हिल गया और पर्वतीय राज्य में कई जगह भूस्खलन हुए। भूकंप से जुड़ी घटनाओं में एक महिला की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गए। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार भूकंप दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर आया जिसका केंद्र राज्य के धलाई जिले में 28 किलोमीटर की गहराई पर था। डरे लोग घरों, दुकानों एवं इमारतों से बाहर भागे।
न्यूजीलैंड में रविवार को भूकंप का तेज झटका महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 मापी गई। भूकंप के बाद दक्षिणी तटीय क्षेत्रों के लिए एक सुनामी चेतावनी जारी की गई है।
मध्य इटली में बुधवार तड़के 6.2 तीव्रता का भूकंप का झटका आया। जिसके कारण 247 लोगों की मौत हो गई और पहाड़ पर स्थित दर्जनों गांव तबाह हो गए। भूकंप का केंद्र अंब्रिया के नोर्शिया शहर के पास था। प्रत्यक्षदर्शियों ने इतालवी मीडिया को बताया कि तेज झटकों के कारण इसके आसपास की कई इमारतें ढह गईं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
जापान के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में गुरुवार की रात आए जबर्दस्त भूकंप से नौ लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। भूकंप के कारण अनेक मकान ध्वस्त हो गए और कई जगहों पर आग लग गई। राहतकर्मी मलबे में लोगों के दबे होने की आशंका के चलते रातभर राहत एवं बचाव कार्य में लगे रहे। अधिकारियों ने आज बताया कि दहशत के चलते हजारों लोगों के अपने घरों को छोड़कर जाने की खबरें हैं।
बुधवार की शाम एक ही हफ्ते में दूसरी बार भारत के कई हिस्सों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र भारत-म्यांमार सीमा के निकट बताया गया है जिसके झटके दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर-पूर्व, कोलकाता,पटना, लखनऊ के अलावा भारत के कई जगहों पर महसूस किए गए।
दक्षिणी ताइवान में शनिवार तड़के आए 6.4 तीव्रता के भीषण भूकंप से सात लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ों लोग घायल हो गए। झटकों की वजह से एक उंचे आवासीय परिसर के ढह जाने के कारण उसके मलबे में दबने से सात लोगों की मौत हो गई। राहत व बचाव दल के लोग बचाव कार्य में लगे हुए हैं।