असल में यह पोस्टर एक सीरीज का हिस्सा है, जिसमें किसी असली या काल्पनिक प्रभावशाली व्यक्ति की तस्वीर लगाकर लोगों को जागरुक करने का प्रयास किया जाता है। इस सीरीज में महात्मा गांधी और बाहुबली को भी दिखाया जा चुका है।
जिन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने अपना पूरा जीवन धार्मिक आडंबर और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष में बीता दिया, उनकी शोभायात्रा के नाम भी सहारनपुर में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई।