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मशहूर क्राइम राइटर सुरेंद्र मोहन पाठक लिखेंगे अपनी आत्मकथा

मशहूर क्राइम राइटर सुरेंद्र मोहन पाठक लिखेंगे अपनी आत्मकथा

सुनील सीरीज का उपन्यास उनका पहला उपन्यास था और यह 1963 में पब्लिश हुआ था। यह उपन्यास पुराने गुनाह नए गुनहगार पत्रिका नीलम जासूस में प्रकाशित हुआ था। इसके बाद खोजी पत्रकार सुनील चक्रवर्ती को लेकर उन्होंने 100 किताबों की श्रृंखला की।
पत्नी की हत्या कर शव के टुकड़े फ्रीजर में रखने वाले इंजीनियर को उम्रकैद

पत्नी की हत्या कर शव के टुकड़े फ्रीजर में रखने वाले इंजीनियर को उम्रकैद

पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी सात साल पहले 2010 में राजेश ने अपनी पत्नी अनुपमा की बेरहमी से हत्या कर दी थी। हत्यारे पति ने लाश के कई टुकड़े कर उसे दो महीने तक फ्रीजर में छिपा के रखा था।
एमसीडी में हार के बाद ‘आप’ में इस्तीफों की झड़ी, केजरीवाल ने बुलाई बैठक

एमसीडी में हार के बाद ‘आप’ में इस्तीफों की झड़ी, केजरीवाल ने बुलाई बैठक

दिल्ली नगर निगम में मिली करारी हार के बाद आम आदमी पार्टी में इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री केजरीवाल के बेहद करीबी माने जाने वाले संजय सिंह सहित आशीष तलवार और दुर्गेश पाठक ने नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफे दे दिए हैं।
बसपा को झटका, पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक भाजपा में शामिल हुए

बसपा को झटका, पूर्व सांसद ब्रजेश पाठक भाजपा में शामिल हुए

बसपा से दो बार सांसद रह चुके ब्रजेश पाठक सोमवार को भाजपा में शामिल हो गए। अगले साल होने वाले विधानसभा से पहले पाठक का पार्टी छोड़ना बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
मंत्री का फोन होल्‍ड रखा तो किया ट्रांसफर, लेडी आईपीएस इस्‍तीफा दे हुईं गायब

मंत्री का फोन होल्‍ड रखा तो किया ट्रांसफर, लेडी आईपीएस इस्‍तीफा दे हुईं गायब

कर्नाटक में आईपीएस अधिकारी ने एक मंत्री का फोन होल्‍ड पर रखा तो आनन फानन में उसका तुरंत ट्रांसफर कर दिया गया। महिला आईपीएस अधिकारी ने भी इसे गंभीरता से लेते हुए नौकरी से इस्‍तीफा दे दिया। इस्‍तीफे के बाद वह कहां हैंं, इसकी कोई जानकारी नहीं है। डीएसपी अनुपमा शेनॉय के इस्‍तीफे पर सीएम सिद़धरमैया ने कहा कि वह इस मसले पर कुछ नहीं जानते हैं।
ये फिल्में नहीं देखीं तो कुछ नहीं देखा

ये फिल्में नहीं देखीं तो कुछ नहीं देखा

भारतीय और विश्व सिनेमा ऐसा समुद्र है जिसमें जितने गोते लगाए जाएं, डूबते ही जाते हैं। हर साल पूरे विश्व में हजारों की संख्या में फिल्में बनती हैं, कुछ हिट होती है कुछ फ्लॉप और कुछ समय पर अंकित हो जाती है। कोई फिल्म फ्लॉप है इसका मतलब यह नहीं कि उसमें कुछ नहीं था। कभी-कभी फिल्में नहीं चलतीं और दर्शकों के दिल पर छाप छोड़ जाती हैं। कुछ खास फिल्मों की सूची आउटलुक के लिए लेखक और आलोचक अनुपमा चोपड़ा, लेखक और फिल्म इतिहासकार जय अर्जुन सिंह, फिल्मकार और आलोचक श्रीनिवास भाष्यम और फिल्म निर्देशक श्रीराम राघवन ने बनाई है। इन फिल्मों को जरूर देखिए। यह फिल्म सूची की पहली किस्त है। कल जानिए दूसरी किस्त में कुछ और खास फिल्में
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