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पीएम मोदी के बयान से कश्‍मीर में संकट और बढ़ा : चिदंबरम

पीएम मोदी के बयान से कश्‍मीर में संकट और बढ़ा : चिदंबरम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने कश्मीर घाटी में अशांति के लिए बुधवार को पीडीपी-भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान ने इस संकट को और बढ़ाया है। चिदंबरम ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पूरी तरह अराजक हो रहे हालात को लेकर वह बेहद चिंतित हैं।
पट्टा समाप्त होने के बाद भी किसान को नहीं किया जा सकता बेदखल : कोर्ट

पट्टा समाप्त होने के बाद भी किसान को नहीं किया जा सकता बेदखल : कोर्ट

उच्चतम न्यायालय ने अपनी व्यवस्था में कहा है कि पट्टे की अवधि समाप्त होने के बाद भी किसी किसान को उसके कब्जे वाली जमीन से बेदखल नहीं किया जा सकता, बशर्ते उस जमीन का मालिक उसकी काश्तकारी को मान्यता देता है या उससे पट्टे की राशि लेता है।
कांग्रेस का हमला, वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी, 23.5 फीसदी का दावा गलत

कांग्रेस का हमला, वेतन में 15 फीसदी की बढ़ोतरी, 23.5 फीसदी का दावा गलत

व़ेतन बढ़ोतरी पर सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। कांग्रेस नेे भी बढ़ोतरी पर मोदी सरकार पर हमला बोल दिया है। पार्टी ने कहा है कि यह बढ़ोतरी पिछले 70 सालों में सबसे कम वेतन बढ़ोतरी है। केंद्र सरकार द्वारा घोषित सातवें वेतन आयोग की वृद्धि को ‘एकतरफा एवं अपर्याप्त’ करार देते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि पिछले सात दशकों में ‘यह सबसे कम वेतन वृद्धि’ है। मूल वेतन पर वेतन एवं भत्तों की यह बढ़ोतरी महज 15 फीसदी है न कि 23.5 फीसदी जैसा कि सरकार गलत ढंग से दावा कर रही है।
निजाम वाले बयान पर भाजपा शिवसेना पर बिफरी, तलाक लेने की चुनौती दे डाली

निजाम वाले बयान पर भाजपा शिवसेना पर बिफरी, तलाक लेने की चुनौती दे डाली

मोदी सरकार निजाम सरकार से भी बुरी है। शिवसेना राउत संजय राउत के इस बयान पर शिवसेना और भाजपा के बीच लड़ाई शुरु हो गई है। भाजपा के एक प्रकाशन में प्रकाशित अपने लेख में एक भाजपा नेता ने उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना को यहां तक इस मसले पर तलाक लेने की चुनौती भी दे डाली है। भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रकाशन मनोगत में पार्टी के महाराष्ट्र प्रवक्ता माधव भंडारी ने आप तलाक कब ले रहे हैं, श्रीमान राउत नामक शीर्षक से एक लेख लिखा है। जिसमें संजय राउत पर निशाना साधा गया है।
एस्सार फोन टेप मामला: केंद्र सरकार दे सकती है जांच का आदेश

एस्सार फोन टेप मामला: केंद्र सरकार दे सकती है जांच का आदेश

एस्सार फोन टैपिंग कांड में केंद्र सरकार जांच का आदेश दे सकती है। बताया जा रहा है कि एस्सार समूह के कथित शह पर की गई अवैध टैपिंग में सरकार बंद हो चुकी हचिसन टेलीकॉम और मुंबई पुलिस की भूमिका की जांच एक केंद्रीय एजेंसी से करवा सकती है।
ओमपुरी ने कसा तंज, प्रणब को प्रेसीडेंट बनाया ताकि बेटा राहुल बन सके पीएम

ओमपुरी ने कसा तंज, प्रणब को प्रेसीडेंट बनाया ताकि बेटा राहुल बन सके पीएम

बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेताओं मेंं शुमार ओम पुरी ने पीएम नरेंद्र मोदी का जमकर गुणगान करते हुए कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी पर हमला बोला है। सोनिया गांधी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा है कि सोनिया गांधी अपने बेटे को प्रधानमंत्री बनाने के बारे में सोच रही हैं। जबकि राहुल प्रधानमंत्री के पद के लायक नहीं हैंं। हम मूर्ख हैं क्या? कांग्रेस में प्रणब मुखर्जी इतने अनुभवी और बड़े नेता हैं। वे इतने वक्त तक कांग्रेस में रहे हैं। आपका बेटा प्रधानमंत्री बन सके, इसलिए आपने उन्हें प्रेसिडेंट बनवा दिया।'
कम मानसून की कोई संभावना नहीं, इस साल जम के होगी बारिश

कम मानसून की कोई संभावना नहीं, इस साल जम के होगी बारिश

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि इस वर्ष कम मॉनसून की कोई संभावना नहीं है और 96 फीसदी गुंजाइश है कि इस साल सामान्य या अत्यधिक वर्षा होगी। यह खबर सूखे की मार झेल रहे किसानों और गर्मी से हलकान लोगों के लिए राहत देने वाली।
अम्‍मा की जीत और नेहरु की तरफदारी, मप्र के दो कलेक्‍टरों से भाजपा नाराज

अम्‍मा की जीत और नेहरु की तरफदारी, मप्र के दो कलेक्‍टरों से भाजपा नाराज

भााजपा शासित मध्‍य प्रदेश के दो कलेक्‍टर फेसबुक और ट्विटर पर राजनैतिक टिप्‍पणी करके फंस गए हैं। उनके आला अफसरों ने कहा है कि अगर ये दोनों अफसर नियमों के तहत दोषी पाए गए तो इन पर कार्रवाई की जाएगी।
माल्या के कारण मुसीबत में किसान, बैंक ने गारंटर बता खाते किए सील

माल्या के कारण मुसीबत में किसान, बैंक ने गारंटर बता खाते किए सील

उत्तर प्रदेश का एक 54 वर्षीय किसान शराब कारोबारी विजय माल्या के कारण मुसीबत में फंस गया है। एक स्थानीय बैंक ने शराब कारोबारी माल्या का गारंटर बनने के लिए किसान के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानिएं, क्‍यूं रालेगण सिद्धि में ही अन्‍ना का हुआ विरोध

जानिएं, क्‍यूं रालेगण सिद्धि में ही अन्‍ना का हुआ विरोध

अन्‍ना के जल संरक्षण मॉडल से उनके गांव वाले ही उनसे नाराज हो गए हैं। अन्‍ना के सामाजिक जीवन में शायद यह पहली बार हो रहा है। जब उनके अपने लाेगों ने ही उनका विरोध किया है। गांव के किसान वाटर लेबल में सुधार के लिए बोरवेल भरे जाने की अन्‍ना की मुहिम को दरकिनार करते हुए एकमत होकर कहा है कि हम हर बार अन्‍ना की नहीं सुनेंगे।