पिछले कुछ महिनों के भीतर जम्मू-कश्मीर में बैंक और हथियार लूटने की वारदात बढ़ती जा रही हैं। इसी महीने 4 दिनों में ऐसी 4 घटनाएं हुई हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर क्यों पिछले कुछ महीनों से ऐसी गतिविधियों में बढ़ोत्तरी हो रही है?
जम्मू के अखनूर सेक्टर में स्थित बटाल गांव में आतंकियों ने सोमवार की सुबह सेना के इंजीनियरिंग फोर्स कैंप को निशाना बनाया। इस हमले में वहां काम करने वाले 3 मजदूरों की मौत हो गई है। मारे गए तीनों लोग बीआरओ के कर्मचारी बताए जा रहे हैं।
जम्मूू के एक अस्पताल में गर्दन, रीढ़ की हड्डी और पेट में आयी चोटों का इलाज करवा रही 14 महीने की परी पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा भारतीय सीमा के असैन्य क्षेत्र में बर्बरता ढाने की एक जीता-जागता प्रमाण है।
भारत के पाकिस्तान पर किए गए सर्जिकल स्ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव के मद्देनजर खाली कराए जा रहे सीमावर्ती गांवों के लोगों ने अपना घर-बार छोड़ने से इनकार करते हुए नागरिक बंकरों के निर्माण की मांग की है।
कश्मीर में कश्मीरी पंडितों के लिए भाजपा ने कुछ नहींं किया। कश्मीर घाटी से भाग कर आए पंडित जम्मू में पिछले कुछ दिनों से राहत और पुनर्वास आयुक्त के दफ्तर पर धरना दे रहे हैं। धरने पर वो प्रशासन के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी विरोधी नारे भी लगा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर के उपमुख्यमंत्री डॉ. निर्मल सिंह ने अधिकारियों को डोगरा समुदाय के इतिहास पर आधारित प्रकाश और ध्वनि कार्यक्रम बनाने का निर्देश देते हुए मुबारक मंडी ऐतिहासिक कॉम्पलेक्स के मरम्मत कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा ताकि इसे पर्यटकों के लिए खोला जा सके।