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तुर्की का दावा: फेटो ने भारत में किया घुसपैठ, कार्रवाई की जरूरत

तुर्की का दावा: फेटो ने भारत में किया घुसपैठ, कार्रवाई की जरूरत

तुर्की के विदेश मंत्री मौलूद काउसोगलू ने भारत से कहा है कि फतहुल्ला टेररिस्ट आर्गनाइजेशन (फेटो) ने भारत में घुसपैठ कर ली है। उन्होंने भारत से कहा कि फेटो को निकाल बाहर करने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है। पिछले महीने तुर्की में तख्तापलट की नाकाम कोशिश के लिए वहां की सरकार ने फेटो को जिम्मेदार ठहराया है।
विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

विदेश सचिव स्तर वार्ता: भारत ने कहा, गेंद पाकिस्तान के पाले में है

भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में भारत ने बुधवार को कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। भारत ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को ही सीमापार से जारी आतंकवाद, जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्जे और आतंकी शिविरों को बंद करने पर निर्णय लेना है।
भारत का पाक को जवाब, आतंक पर वार्ता को तैयार लेकिन कश्मीर पर नहीं

भारत का पाक को जवाब, आतंक पर वार्ता को तैयार लेकिन कश्मीर पर नहीं

भारत ने कश्मीर पर विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के पाकिस्तान के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और जोर देकर कहा कि वह सीमा पार के आतंकवाद से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करना चाहेगा जो जम्मू कश्मीर में मौजूदा स्थिति की वजह हैं।
पाकिस्तान ने कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत को निमंत्रण भेजा

पाकिस्तान ने कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत को निमंत्रण भेजा

पाकिस्तान ने कश्मीर पर बातचीत के लिए भारत को निमंत्रण भेजा। हालांकि भारत ने पाकिस्तान के इस कदम को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि वह भारत-पाक संबंधों के समकालीन मुद्दों पर ही बात करेगा।
जेद्दा में भूखे-प्यासे फंसे हैं सैंकड़ों भारतीय, मदद के लिए आगे आईं सुषमा

जेद्दा में भूखे-प्यासे फंसे हैं सैंकड़ों भारतीय, मदद के लिए आगे आईं सुषमा

सऊदी अरब के जेद्दा शहर में पिछले तीन दिनों से भूख-प्यास से बेहाल करीब 800 भारतीय कामगार फंसे हुए हैं। नौकरी गंवाने के बाद इस हाल में फंसे भारतीयों की जानकारी मिलने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
भारत ने पाक में तैनात राजनयिकों से कहा, बच्चों को नहीं भेजें वहां के स्कूलों में

भारत ने पाक में तैनात राजनयिकों से कहा, बच्चों को नहीं भेजें वहां के स्कूलों में

भारत-पाकिस्तान के संबंधों में बढ़ती कड़वाहट के बीच भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग में तैनात राजनयिकों और अधिकारियों से अपने बच्चों को वहां के स्कूलों में नहीं पढ़ाने को कहा है। विदेश मंत्रालय ने राजनयिकों को इसी अकादमिक सत्र से बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था पाकिस्तान से बाहर करने को कहा है।
सैर-सपाटा नहीं हैं विदेश यात्राएं, सुषमा स्वराज ने दिया ब्यौरा

सैर-सपाटा नहीं हैं विदेश यात्राएं, सुषमा स्वराज ने दिया ब्यौरा

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की उंगलियों पर अपने मंत्रालय के कामकाज का ब्यौरा रहता है। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब तक किन-किन देशों की यात्राएं की हैं और भारत को कहां से क्या लाभ मिला है, इसका ब्यौरा जानना हो तो सुषमा स्वराज को बगैर कोई दस्तावेज देखे सिलसिलेवार बता देंगी। भाजपा संसदीय दल की बैठक में उन्होंने प्रधानमंत्री के विदेश दौरों का सिलसिलेवार ब्यौरा रखा और एक-एक देश का हवाला देते हुए अपनी पार्टी के सांसदों को बताया कि किस तरह उन दौरों का सकारात्मक प्रभाव दिखेगा। उन्होंने समझाया कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं को सैर-सपाटा कतई नहीं समझा जाए।
संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

संसदीय मामले पर मंत्रिमंडलीय समिति से स्मृति ईरानी बाहर

केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद अब संसदीय मामले की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) में अहम फेरबदल किया गया है। इस बदलाव में समिति में विशेष आमंत्रित स्मृति ईरानी को हटा दिया गया और मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनके उत्तराधिकारी प्रकाश जावड़ेकर को प्रोन्नत कर उनकी जगह पर समिति में लाया गया है।
उपराष्ट्रपति अंसारी करेंगे आसेम सम्मेलन में भारत की अगुवाई

उपराष्ट्रपति अंसारी करेंगे आसेम सम्मेलन में भारत की अगुवाई

इसी सप्ताह मंगोलिया में हो रहे ग्यारहवें आसेम सम्मेलन में आतंकवाद समेत विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी इस सम्मेलन में भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करेंगे।
गडकरी अमेरिका की यात्रा पर,  अरबों डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर नजर

गडकरी अमेरिका की यात्रा पर, अरबों डॉलर के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर नजर

केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी रविवार को एक सप्ताह की अमेरिका की यात्रा पर आएंगे। उनकी यात्रा का लक्ष्य भारत के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अरबों डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करना और अमेरिका के साथ द्विपक्षीय संबंधों को गति देना है।
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