अब तक यह मध्यप्रदेश की सियासी फिजाओं में था कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से संघ की ट्यूनिंग थोड़ी सी बिगड़ गई है। लेकिन हाल ही में शिवराज की नागपुर यात्रा ने इस बात को बल दे दिया है।
मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह मंत्रिमंडल से हटाए गए वरिष्ठ मंत्री बाबूलाल गौर ने कहा है कि भाजपा में शायद अब बूढ़े मां-बाप को निकालने की पंरपरा आ गई है। पार्टी में वरिष्ठ लोगों को नजरअंदाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल विस्तार के समय पार्टी की अंर्तकलह उजागर हो गई। दो वरिष्ठ मंत्रियों बाबूलाल गौर और सरताज सिंह ने पार्टी की मंशा के आधार पर मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। शिवराज ने मंत्रिमंडल में पाच कैबिनेट मंत्रियों के साथ नौ मंत्रियों को शामिल किया है।
सब कुछ ठीक रहा और मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव को अस्पताल से छुट्टी मिल गई तो कल यानी 30 जून को मध्य प्रदेश के कुछ विधायक मंत्री का दर्जा पा जाएंगे। इसके साथ ही लंबे समय से चले आ रहे मंत्रीमंडल के विस्तार की अटकलों को विराम मिल जाएगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि वह जल्द ही अपने मंत्रीमंडल में विस्तार करेंगे। शिवराज सिंह चौहान हाल ही में चीन यात्रा से लौटे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मंत्रीमंडल में विस्तार कब होगा तो उन्होंने कहा, वह अपनी बात पर अडिग हैं।
बड़ी मुश्किल से व्यावसायिक परीक्षा मंडल के दाग सिंहस्थ में साधु-संतों की सेवा के बाद धुले थे। पर ये घोटाले के दाग हैं जो पता नहीं क्यों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दामन से धुलना ही नहीं चाहते हैं। सिंहस्थ खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अभी चैन की सांस भी नहीं ली है, फुर्सत के दो पल भी नहीं काटे हैं कि घोटाले की बैचेन हवाएं मध्य प्रदेश और उससे बाहर लहराने लगी है।
कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा है कि बाटला हाउस एनकाउंटर फर्जी नहीं था। उन्हाेंने मोदी सरकार के कामकाज की खुले मुंह से तारीफ भी की है। पाटिल का यह बयान कांग्रेस में खलबली मचा सकता है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना महात्मा गांधी से कर दी। दाहोद में शिवराज सिंह ने कहा कि जैसे पूरी दुनिया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उत्सुकता से सुनती थी, ठीक उसी तरह अब दुनिया मोदी को सुनती है।
मध्यप्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन में एक माह तक चलने वाले महाकुंभ सिंहस्थ मेले के दूसरे शाही स्नान के दिन सोमवार को दोपहर बाद ओलावृष्टि, भारी बारिश और तेज हवाओं ने लोगों का मजा किरकिरा कर दिया। तेज तूफान औऱ ओलावृष्टि की वजह से विभिन्न घटनाओं में 7 लोग घायल हो गए हैं।
प्राकृतिक प्रकोप से तबाह होने के बाद सिंहस्थ नगरी में स्थिति तेजी से सामान्य की ओर लौट रही है। साधू-संतों से लेकर प्रशासन भी धार्मिक नगरी में जारी सिंहस्थ कुंभ को कामयाब बनाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है। शनिवार को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद कमान संभाली औऱ मेला क्षेत्र में पत्नी के साथ मिलकर श्रमदान भी किया।