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ग्रेटर नोएडा डबल मर्डर केस: बेटे ने कबूला मां-बहन की हत्या का जुर्म, ऐसे दिया अपराध को अंजाम

ग्रेटर नोएडा डबल मर्डर केस: बेटे ने कबूला मां-बहन की हत्या का जुर्म, ऐसे दिया अपराध को अंजाम

मंगलवार रात ग्रेटर नोएडा में एक महिला और उसकी 10 साल की बेटी की हत्या से पर्दा उठ चुका है। नोएडा पुलिस ने...
पढ़ाई के डर से चार साल तक कमरे में कैद रहे भाई-बहन

पढ़ाई के डर से चार साल तक कमरे में कैद रहे भाई-बहन

आज के समय में जहां बच्चे पढ़ाई के दम पर अपने भविष्य को संवारने में जुटे हुए हैं, वहीं शुक्रवार को एक ऐसी घटना सामने आई जिसने लोगों को चौंका दिया है। पिछले चार सालों से दो भाई-बहनों ने पढ़ाई के खौफ से खुद को कमरे में बंद कर लिया थ्‍ाा।
रियाद: यौन शोषण की शिकार भारतीय युवती को बचाने के लिए बहन ने सुषमा स्वराज से मांगी मदद

रियाद: यौन शोषण की शिकार भारतीय युवती को बचाने के लिए बहन ने सुषमा स्वराज से मांगी मदद

सोशल मीडिया पर अत्यधिक सक्रिय रहने वाली भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के पास एक बार फिर किसी ने मदद के लिए गुहार लगाई है। इस बार तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद के एक परिवार ने मदद मांगी है।
पीएम मोदी की कलाई पर सजेगी पाकिस्तानी बहन की राखी, जानें कब से चल रहा यह सिलसिला

पीएम मोदी की कलाई पर सजेगी पाकिस्तानी बहन की राखी, जानें कब से चल रहा यह सिलसिला

भाई-बहन के रिश्तों का पावित्र पर्व रक्षा बंधन देशभर में मनाया जा रहा है। इस बीच लोगों की निगाहें पीएम मोदी की कलाई पर भी है, क्योंकि पीएम मोदी की पाकिस्तानी बहन हर साल उन्हें राखी बांधती हैं।
29 साल की बहन के लिए इस तानाशाह ने रचाया स्‍वयंबर

29 साल की बहन के लिए इस तानाशाह ने रचाया स्‍वयंबर

उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक किम जोंग ने अपनी 29 साल की बहन के लिए स्‍वयंबर रचाया है। इस तरह बहन की शादी के लिए भी उन्होंने अपना तानशाही रवैया अपनाया है। किमजोंग ने दूल्हा तलाशने के लिए डेटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया है। जहां स्वयं की शर्तों पर वर की तलाश करने का आदेश दिया गया है।
सेवा की जीवंत मिसाल थीं सिस्टर निर्मला

सेवा की जीवंत मिसाल थीं सिस्टर निर्मला

नोबेल पुरस्कार विजेता मदर टेरेसा के बाद मिशनरीज आफ चैरिटी का काम-काज संभालने वाली सिस्टर निर्मला जोशी का पूरा जीवन गरीबों और समाज के पिछड़े तबके के लोगों के उत्थान के प्रति ही समर्पित रहा। प्रचार और सुर्खियों से कोसों दूर रहने वाली सिस्टर निर्मला में प्रतिकूल परिस्थितियों में भी सच के साथ खड़े रहने का साहस था। उन्होंने कभी किसी गलत आरोप या अफवाह के सामने सिर नहीं झुकाया। बातचीत में तो इतनी विनम्र कि एकबार उनसे मुलाकात करने वाला उनका मुरीद बन जाता था।
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