कोमागाता मारू जलपोत पर सवार 376 से ज्यादा भारतीय आव्रजकों को लौटा देने के 102 साल बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टुडू ने उस वक्त के विभेदकारी कानूनों की वजह से हुए बड़े अन्याय के लिए कनाडाई संसद में औपचारिक रूप से अफसोस जताया। इस पोत पर ज्यादातर भारत के सिख सवार थे।