गौरी लंकेश ने अपनी कन्नड़ पत्रिका में आखिरी संपादकीय फेक न्यूज पर लिखा था और उसका टाइटल था- फेक न्यूज़ के जमाने में। सोशल मीडिया में भी वह काफी सक्रिय थीं। उन्होंने आखिरी बार ट्विटर में एक खबर को रीट्वीट किया था, जिसमें रोहिंग्या मुसलमानों के बारे में फैलाई जा रही फेक न्यूज की पड़ताल की गई थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर अपने काम को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं, लेकिन इस बार वह अपने काम नहीं बल्कि लापता होने को लेकर चर्चा में बने हुए हैं।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र मिश्र ने पोस्टर को भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की साजिश करार देते हुए कहा कि पहले भी ऐसी हरकतें होती रही हैं। उन्होंने कहा कि वह इस मामले को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराएंगे।