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राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा के राम माधव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में प्रक्रिया पूरी होने दें'

राम मंदिर मुद्दे पर भाजपा के राम माधव ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में प्रक्रिया पूरी होने दें'

भाजपा नेता राम माधवन ने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा है, 'मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट में ये मामला चल रहा...
भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

भाजपा सरकार और इंदु सरकार फिल्म के बीच क्या रिश्ता है

क्या इंदु सरकार फिल्म रीलिज होने का यह सबसे मुफीद वक्त है। फिल्म और राजनीति का रिश्ता पुराना है। राजनैतिक घटनाओं पर फिल्में बनती रही हैं और फिल्मी संवादों को बहुत बार संसद में दोहराया गया है। फिल्म का ट्रेलर देख कर लग रहा है कि कांग्रेस की सबसे सशक्त प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कई ऐतिहासिक फैसलों और कामों को छोड़कर सिर्फ आपातकाल के मुद्दे को दिखाना कहीं फिल्मों के जरिए राजनैतिक फायदा उठाना तो नहीं है। अब तक इस ट्रेलर को देख कर चुप्पी भी बहुत सी कहानियों को जन्म दे रही है।
अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का ट्रेलर लॉन्च, नील नितिन का दमदार किरदार

अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का ट्रेलर लॉन्च, नील नितिन का दमदार किरदार

फिल्म निर्देशक मधुर भंडारकर की अपकमिंग फिल्म 'इंदु सरकार' का आज ट्रेलर लॉन्च हो गया है। 28 जुलाई को रिलीज होने वाली इस फिल्म के ट्रेलर में 1975 में लगे आपातकाल को बखूबी दिखाया गया है।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे: बिना कुछ कहे गुजर गया 'नर्मदा समग्र' का यात्री

अनिल माधव दवे देश के पर्यावरण मंत्री बनने से पहले पर्यावरण के समर्पित कार्यकर्ता थे। सैकड़ों-हजारों वर्षों से चली आ रही नर्मदा यात्रा को उन्होंने समग्र दृष्टिकाेेेण दिया था। लेकिन नर्मदा पु्त्र दवे की जीवन यात्रा पर इतनी छोटी होगी, किसी को आभास नहीं था।
काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन थी अनिल दवे की खासियत

काम के प्रति समर्पण और सादा जीवन अनिल माधव दवे की खासियत रही है। पर्यावरण संरक्षण में उन्होंने अपना सबकुछ अर्पित कर दिया था। इसी वजह से पीएम नरेंद्र मोदी ने कै‍बिनेट में जगह देकर उन्हेंने पर्यावरण को और बेहतर करने का जिम्मा दिया था। दवे ने मां नर्मदा की काफी सेवा की। नर्मदा के संरक्षण में उनकी उल्लेेखनीय भूमिका, उनके सामाजिक सरोकार की व्यांख्या करती है। मुस्कान के साथ सरल छवि वाले दवे पूरी तरह से कर्मयोगी थे।
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