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बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को एक लाख करोड़ का नुकसान

बाजार में भारी गिरावट, निवेशकों को एक लाख करोड़ का नुकसान

शेयर बाजारों में तेज गिरावट के चलते आज निवेशकों की कुल संपत्ति एक लाख करोड़ रुपये से अधिक घट गई। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.36 लाख करोड़ रुपये से घटकर 93.33 लाख करोड़ रुपये रह गया।
शेयर बाजार में अगले हफ्ते से लगेगा भविष्य निधि का पैसा

शेयर बाजार में अगले हफ्ते से लगेगा भविष्य निधि का पैसा

शेयर बाजार में निवेश के लिए 6 अगस्त से कर्मचारी भविष्य निध‌ि संगठन (ईपीएफओ) का धन जारी कर दिया जाएगा। चालू वित्त वर्ष में एक्विटी ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) के जरिये निवेश के लिए तकरीबन 5000 करोड़ रुपये की पहली खेप जारी की जाएगी।
आईआईटी-एम परिसर के बाहर किया प्रदर्शन

आईआईटी-एम परिसर के बाहर किया प्रदर्शन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कथित आलोचना पर छात्रों के एक संगठन की मान्यता रद्द कर दिए जाने के विरोध में यहां आईआईटी मद्रास के बाहर एक सड़क को बंद करने का प्रयास करने के लिए वामपंथी छात्रा संगठन डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के कई कार्यकर्ताओं को आज हिरासत में ले लिया गया।
टेक्सास में गोलीबारी, नौ लोगों की मौत

टेक्सास में गोलीबारी, नौ लोगों की मौत

अमेरिका में टेक्सास के एक रेस्तरां में मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए दो प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच गोलीबारी में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य लोग घायल हो गए हैं।
अब लगेगा भेदिया कारोबार पर अंकुश

अब लगेगा भेदिया कारोबार पर अंकुश

भेदिया कारोबार पर अंकुश के लिए नियमों का नया सेट आज से प्रभावी हो गया है। नए नियमों के तहत किसी सूचीबद्ध कंपनी में उसके प्रवर्तकों, महत्वपूर्ण प्रबंधन स्तर के कर्मियों, उनके रिश्तेदारों और सभी संबद्ध लोगों द्वारा शेयरों के अवैध लेन-देन पर कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
एनटीपीसी, आईओसी के सरकारी शेयर बेचने को मंजूरी

एनटीपीसी, आईओसी के सरकारी शेयर बेचने को मंजूरी

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बिजली उत्पादक कंपनी एनटीपीसी में अपनी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी और इंडियन आयल (आईओसी) में 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश के प्रस्तावों को बुधवार को मंजूरी दे दी है।
चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

भारत में कभी भी किसी प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में ही इतने कम समय में इतने अधिक देशों का दौरा नहीं किया जितना नरेंद्र मोदी ने पिछली मई से अब तक एक साल के वक्त में किया है। पूरी दुनिया के अपने दौरों में मोदी ने सभी बड़े नेताओं के सामने भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक जगह के रूप में पेश किया मगर इन सभी नेताओं से बातचीत में एक विषय जरूर उठा और वह ये कि हठधर्मी चीन से कैसे निपटा जाए।