सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया विमान में एक बार फिर यात्रियों के हंगामे करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही हैं। विमान में बैठे यात्रियों के हंगामे की वजह कोई और नहीं बल्कि विमान में एसी नहीं चलना हैं।
केंद्र सरकार ने अरविंद कथपलिया को एयर इंडिया की विनिवेश प्रक्रिया को अमली जामा पहनाने के लिए निदेशक नियुक्त किया है। हालाकि मार्च में नियुक्ति समिति द्वारा उनके नाम को हरी झंडी देते समय पायलेट्स ने विरोध किया था।
एयर इंडिया को खस्ता हालत से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने एयर इंडिया के विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। सरकार ने उसकी हिस्सेदारी को बेचने का फैसला लिया है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने पहले ही केंद्र से इसके विनिवेश को मंजूरी देने की सिफारिश की थी। समझा जाता है कि टाटा कंपनी एयर इंडिया की हिस्सेदारी खरीद सकती है।
एयर इंडिया के बिकने के पीछे 55 हजार करोड़ रूपये का भारी कर्ज है। पिछले दिनों वित्तमंत्री अरूण जेटली ने कहा था कि एयरलाइंस का मार्केट शेयर बहुत कम है, ऐसे में करदाताओं के 55 से 60 हजार करोड़ रुपए का इस्तेमाल कितना जायज है।
कांग्रेस के पूर्व एमपी और शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित ने आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत को सड़क का गुंड़ा कह डाला। इसके बाद जहां कांग्रेस ने उनके बयान से किनारा कर लिया वहीं बीजेपी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से माफी मांगने की मांग की है।
सीपीआई नेता बृंदा करात ने आर्मी चीफ को नियंत्रण में रहने की सलाह देते हुए कहा है कि भारत के आर्मी चीफ को इस तरह की बयानबाजी शोभा नहीं देती, उन्हें इससे बचना चाहिए।
किसान आंदोलन के बीच अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने किसानों को समस्याओं पर चर्चा के लिए खुला न्योता दिया। शिवराज ने कहा, “किसान आग न लगाएं, चर्चा के लिए आएं।”
जम्मू-कश्मीर जैसे तनावग्रस्त इलाकों में महिला प्रदर्शनकारियों से लड़ने के लिए भारतीय सेना जल्द ही महिला सैनिकों की तैनाती करेगा। इस खबर की पुष्टि सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज देहरादून में पासिंग ऑउट परेड में की। उन्होंने कहा कि सैन्य पुलिस में अब महिलाओं की भी भर्ती शुरू की जाएगी।
आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि आर्मी में महिलाओं को लड़ाकू भूमिका की इजाजत देने की प्रॉसेस तेज की जा रही है। इसके बाद महिलाएं भी पुरुषों के साथ मिलकर दुश्मनों से मुकाबला कर सकेंगी। हालांकि शुरुआत में उन्हें मिलिट्री पुलिस के पदों पर अप्वाइंट किया जाएगा। आर्मी के इस निर्णय को काफी अहम कदम माना जा रहा है।