शहरनामा/नागपुर: संतरे और राजनीति का गढ़ “संतरे और राजनीति का गढ़” संतरा नगरी नागपुर को संतरों का शहर कहा जाता है। यहां के ताजे, रसीले मीठे... OCT 29 , 2021
यादें: चिट्ठी की गलत पते पर डिलीवरी और इश्क में होना तड़ीपार जो स्कूल 'कंट्री विदाउट वीमेन' सरीखा था वहाँ यह जलजला उसी वर्ष आया था कि उस साल एक ही कक्षा में कुल जमा... OCT 24 , 2021
अदम गोंडवी: ठेठ गंवई अंदाज और आग उगलती शायरी से आईना दिखाने वाले ‘अदम गोंडवी’ निराले-अलबेले, निर्भीक-निर्भय, बाहोश-बेखौफ़ शायर थे जिन्होंने सच्चे अर्थों में गरीबों... OCT 22 , 2021
शायर मजाज़ लखनवी जन्मदिन विशेष: "जिनकी तस्वीर लड़कियां छुपा कर रखती थीं, नज़्म को तकिये के नीचे रख सोती थीं" एक मुशायरे में दो शायरों ने कलाम पढ़ा तो एक शायर बहुत ज़्यादा पसंद किये गए और... OCT 19 , 2021
यादें: ट्विंकल के लिए दांव पर दसवीं... गतांक से आगे गतांक से आगे... सो, निर्णय हुआ कि कोई बात नहीं जब आएं हैं तो फ़िल्म तो देखनी ही है चाहे नाईट शो ही सही। महेश... OCT 17 , 2021
शहरनामा/गोपालगंज: मिठाई की दुकानों वाला मीठा सा शहर “मिठाई की दुकानों वाला मीठा सा शहर” मिष्ठान्न-सा मीठा नगर बिहार के उत्तर-पश्चिम में गोपालगंज,... OCT 14 , 2021
यादें: ट्विंकल के लिए दांव पर दसवीं... दसवीं की परीक्षा का सेंटर हथुआ में पड़ा था। महेश बाबू हमारे ग्रुप में बड़े सिनेड़ी के तौर पर जाने जाते थे।... OCT 10 , 2021
स्मृति: आप कैसे चुप हो सकती हैं “कमला भसीन बहुत जिंदादिल थीं इसलिए बहुत मजबूत थीं” नहीं कहा था कमलाजी! हमने ऐसा तो कहा ही नहीं था कि... OCT 09 , 2021
पुस्तक समीक्षाः कुव्यवस्था पर प्रहार करती ‘लीला’ 'लीला' अजय मनचंदा प्रकाशक मून लाईट बुक्स, दिल्ली कीमतः 200 रुपए दिल्ली रंगमंच के स्थापित और प्रतिष्ठित... OCT 07 , 2021
सावरकर की प्रासंगिकता रविदत्त बाजपेयी इस पुस्तक के केंद्र बिंदु विनायक दामोदर सावरकर और उसके लेखक विक्रम सम्पत दोनों ही... OCT 05 , 2021