पदयात्रा ने राहुल गांधी को बदल दिया है, जनता में देश की राजनीति बदलने के सपने को फिर जगा दिया है, कांग्रेस बदलेगी, विपक्ष भी बदलेगा और 2024 मोदी बनाम राहुल होगा
चार दशक में पहली बार बिना किसी बड़े चेहरे के चुनावी मैदान में उतरी कांग्रेस और पांच साल के फायदे गिनवाते हुए सियासी परंपरा को तोड़ने का आह्वान करती भाजपा के बीच सीधी होड़, तीसरा कोई नहीं
यात्रा चलती जा रही है और यात्री जुड़ते जा रहे हैं, इस सफर में राहुल गांधी कितने बदलते हैं, उनके सोच-समझ में कितना परिष्कार होता है और लोगों में वे कैसी छवि बना पाते हैं, इसकी परीक्षा जल्दी ही होगी, यकीनन 2024 के आम चुनावों में
किसी को ब्लू टिक मिले न मिले, ट्विटर को यह तो आश्वस्त करना ही चाहिए कि कोई अकाउंट नकली न हो। व्यावसायिक लक्ष्यों से इतर मस्क अगर ट्विटर को विचार आदान-प्रदान का प्रभावी और पारदर्शी वैश्विक मंच बना दें तो बेहतर होगा