आम आदमी पार्टी द्वारा नये लोकपाल को नियुक्त करने के कुछ ही दिन बाद पूर्व नौसेना प्रमुख रामदास ने इस फैसले पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि इस पद पर उनका कार्यकाल नवंबर 2016 में समाप्त होना था।
आम आदमी पार्टी ने नए प्रवक्ताओं की जो सूची जारी की है उसमें इस बात का पूरा ख्याल रखा गया है कि कौन व्यक्ति दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नजदीकी है।
पिछले साल जब अरविंद केजरीवाल ने 49 दिनों की सरकार के बाद मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था, उसके बाद से वह लगातार आरोप लगाते थे कि भाजपा उनकी पार्टी के विधायकों को तोड़ने के लिए करोड़ों रुपये का लालच दे रही है। अब उनके ही पूर्व विधायक राजेश गर्ग ने आरोप लगाया है कि भाजपा को समर्थन के बदले उन्हें और कई अन्य नेताओं को करोड़ों रुपये देने की पेशकश करने वाली फोन कॉल अरविंद केजरीवाल की सहमति से की गई थी।
कई दिनों से सोशल नटवर्किंग साइट्स पर आम आदमी पार्टी चर्चा का विषय बनी हुई है। हाल ही में एक अखबार ने दावा किया कि अमेठी में चुनाव प्रचार के दौरान आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास महिला वालंटियर के साथ हमबिस्तर होते थे। उस वक्त इससे संबंधित जानकारी अरविंद केजरीवाल को ईमेल भी की गई थी। तमाम तरह के विवाद सोशल मीडिया की नजर से -
आम आदमी पार्टी आखिर दो गुटों में बंट ही गई। एक गुट मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के समर्थन में तो दूसरा योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के समर्थन में। दिल्ली में ऐतिहासिक जीत के बाद पहली बार आयोजित राष्ट्रीय परिषद की बैठक में जो हंगामा हुआ उसकी पटकथा पहले से ही तैयार थी।
नव संवत्सर आत्महत्या की अजीब प्रवृत्तियों के लपेटे में दिख रहा है। फ्रांस में एक विमान के जर्मन सह पायलट जैसी भौतिक और भयानक आत्महंता प्रवृत्ति तो इस देश में नहीं दिखी जिसने अपने साथ-साथ 150 लोगों की जान और हवाई जहाज का विनाश ही कर दिया। लेकिन यहां एक अन्य तरह का राजनीतिक आत्महंता रुझान जरूर दिख रहा है। दिल्ली चुनाव में करारी हार के बाद संसद के महत्वपूर्ण सत्र से राहुल गांधी के अज्ञातवास पलायन और कश्मीर तथा पाकिस्तान के मामले में मोदी सरकार की बेपेंदी के लोटे की तरह लुढ़काऊं नीति के जरिये क्रमश: कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी गिर पड़ने के लिए कुल्हाड़ी तलाशती दिख रही हैं। लेकिन सबसे गजब निकली आम आदमी पार्टी।
आम आदमी पार्टी में यानी आप में जिस तरह जूतम पैजार चल रही है इससे इतना साफ हो जाता है कि पार्टी नेतृत्व किसी भी तरह की आलोचना सुनने के लिए तैयार नहीं है। पार्टी के संस्थापक सदस्य प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निकाला जा चुका है। पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल और उनके गुट की निरंकुशता के किस्से मीडिया में आम हैं।
आम आदमी पार्टी में योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण के इस्तीफे को लेकर घमासान मच गया है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह के मुताबिक दोनों नेताओं का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है जबकि योगेन्द्र और प्रशांत का कहना है कि उन्होने इस्तीफा नहीं दिया है।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को यहां एक अदालत से कहा कि पिछले साल सोमनाथ भारती द्वारा आधी रात को मारे गए छापे के दौरान अफ्रीकी महिलाओं के साथ हुई कथित छेड़खानी के मामले में आप नेता के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए वह प्राथमिकता के आधार पर सक्षम अधिकारी से मंजूरी लेने का प्रयास कर रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कथित तौर पर एक और नया स्टिंग सामने आया है। जिसमें केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के नेता प्रोफेसर आनंद कुमार और अजीत झा को गालियां दी हैं। इससे जाहिर हो रहा है कि आम आदमी पार्टी में झगड़ा और बढ़ता जा रहा है। केजरीवाल ने इस बातचीत में पार्टी के नेताओं को लात मारकर बाहर निकालने की बात भी कर रहे हैं।