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अंतरिक्ष में क्षमता के मामले में अभी पीछे है भारत : इसरो प्रमुख

अंतरिक्ष में क्षमता के मामले में अभी पीछे है भारत : इसरो प्रमुख

इसरो के अध्यक्ष एएस किरण कुमार ने आज कहा कि अंतरिक्ष में देश की क्षमता उल्लेखनीय रूप से कम है और उपग्रहों की संख्या दोगुनी करने की जरूरत है। कुमार ने कहा, हम अब भी अंतरिक्ष में क्षमता के मामले में उल्लेखनीय रूप से पीछे हैं।
इसरो ने रचा इतिहास, स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण

इसरो ने रचा इतिहास, स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण

भारत ने स्क्रैमजेट इंजन का सफल परीक्षण करते हुए रविवार को इतिहास रच दिया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसरो का यह मिशन सफल रहा। इस दौरान दो स्क्रैमजेट इंजनों का परीक्षण किया गया।
एंट्रिक्स-देवास सौदा मामला: सीबीआई ने नायर समेत कई के खिलाफ दायर किया चार्जशीट

एंट्रिक्स-देवास सौदा मामला: सीबीआई ने नायर समेत कई के खिलाफ दायर किया चार्जशीट

केंद्रीय जांज ब्यूरो (सीबीआई) ने एंट्रिक्स-देवास सौदा मामले में जांच के बाद आरोप पत्र दायर किया है जिसमें इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर समेत कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नाम शामिल हैं। उन पर इसरो की वाणिज्यिक कंपनी एंट्रिक्स द्वारा निजी मल्टीमीडिया कंपनी देवास को 578 करोड़ रुपए का गलत तरीके से लाभ पहुंचाने का आरोप है।
इसरो का कमाल : एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च

इसरो का कमाल : एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बुधवार आंध्रप्रदेश के श्री‍हरिकोटा रेंज से एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च कर नया इतिसास रच दिया है। इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान की ये उड़ान सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर लॉन्च की गई। ऐसी सुनहरी कामयाबी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को बधाई दी है। इस कामयाबी के बाद भारत अमेरिका और रुस के एलीट क्‍लब में शामिल हो गया है।
इसरो का कमाल, अब हम अपना स्पेस शटल अंतरिक्ष में भेज सकेंगे

इसरो का कमाल, अब हम अपना स्पेस शटल अंतरिक्ष में भेज सकेंगे

भारत ने सोमवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पहली बार स्वदेशी, पुन: इस्तेमाल किए जा सकने वाला प्रक्षेपण यान (आरएलवी) प्रक्षेपित किया। यह भारत का अपना खुद का अंतरिक्ष यान है। स्वदेशी स्पेस शटल का सफल परीक्षण कर भारत ने अंतरिक्ष में एक और कामयाबी हासिल कर ली।
इसरो के सस्ते यानों से अमेरिका का निजी अंतरिक्ष उद्योग नाराज

इसरो के सस्ते यानों से अमेरिका का निजी अंतरिक्ष उद्योग नाराज

अंतरिक्ष के क्षेत्र में अमेरिका के भारत के साथ सहयोग विस्तार को बढ़ावा देने के बीच देश के नवोदित निजी अंतरिक्ष उद्योग ने अमेरिकी उपग्रह को कक्षा में पहुंचाने के लिए बड़े पैमाने पर कम लागत वाले इसरो के प्रक्षेपण यानों के इस्तेमाल पर विरोध जताया है।
इसरो 16 दिसंबर को सिंगापुर के छह प्रक्षेपास्‍त्र छोड़ेगा

इसरो 16 दिसंबर को सिंगापुर के छह प्रक्षेपास्‍त्र छोड़ेगा

भारत से अगले हफ्ते सिंगापुर निर्मित छह सेटेलाइट प्रक्षेपित किए जाएंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान परिषद (इसरो) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि कुल 625 किलो वजन वाले इन प्रक्षेपास्‍त्रों को पोलर सेटेलाइट लांच व्हिकल (पीएसएलवी) रॉकेट से प्रक्षेपित किया जाएगा।
एस्ट्रोसैट का सफल प्रक्षेपण, साथ ले गया 4 अमेरिकी उपग्रह

एस्ट्रोसैट का सफल प्रक्षेपण, साथ ले गया 4 अमेरिकी उपग्रह

अपनी पहली अंतरिक्ष वेधशाला एेस्ट्रोसैट का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण कर भारत अंतरिक्ष वेधशाला रखने वाले कुछ चुनिंदा देशों के समूह में शामिल हो गया है। एस्ट्रोसैट अपने साथ छह विदेशी उपग्रहों को भी कक्षा में स्थापित करने के लिए भेजा गया है। यह पहली बार है, जब भारत ने अमेरिकी उपग्रह प्रक्षेपित किए हैं।
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