उत्तर प्रदेश विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां द्वारा पूर्व की बसपा सरकार पर चीनी मिलोें को औने-पौने दाम पर बेचने का आरोप लगाये जाने के बाद हंगामा हो गया।
राज्यसभा में बजट सत्र का पहला कामकाजी दिन हंगामे की भेंट चढ गया। बसपा प्रमुख मायावती ने दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या को लेकर सरकार पर हमला बोला जिसपर उनके और स्मृति ईरानी के बीच जमकर तकरार हुई। स्मृति ईरानी ने रोहित की मौत का उपयोग एक राजनीतिक हथियार और रणनीति की तरह किए जाने का आरोप लगाया। तो मायावती ने सरकार पर दलित विरोधी होने का। साथ ही बसपा सुप्रीमो ने इस मामले में गठित जांच समिति में एक दलित सदस्य को शामिल नहीं करने को लेकर भी सरकार से जवाब की मांग की।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने जाट समुदाय की आरक्षण की मांग का समर्थन करते हुए आज कहा कि विरोधी पार्टियों खासकर हरियाणा की भाजपा सरकार को इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करके उसे तत्काल लागू करना चाहिये।
उत्तर प्रदेश में आगामी तीन मार्च को होने वाले विधानपरिषद के चुनाव से पहले ही आठ उम्मीदवार निर्विरोध चुन लिए गए हैं। गुरूवार को पर्चा वापिसी का दिन था और नामांकन वापिसी के बाद विजयी उम्मीदवारों की घोषणा की गई। सभी निर्विरोध उम्मीदवार समाजवादी पार्टी के हैं।
राजस्थान में वन विभाग में वनपाल पद हेतु हो रही शारीरिक परीक्षा में महिला उम्मीद्वारों की भी शारीरिक पैमाइश का काम पुरूषों द्वारा कराये जाने की बसपा प्रमुख मायावती ने तीखी आलोचना की है। मायावती ने कहा कि राजस्थान सरकार द्वारा इस प्रकार की असंवेदनशीलता अति-निन्दनीय है। भाजपाशासित राज्य पर सवाल उठाते हुए मायावती ने कहा कि क्या यही भाजपा की हिन्दू संस्कृति है जिसे वह आगे बढ़ाना चाहती है। उधर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर भी मायावती ने निशाना साधा जो गुरूवार को लखनऊ में आयोजित दलित सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव पर नजर रखते हुए दलितों को लुभाने की कवायद में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज आरोप लगाया कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने किसी अन्य दलित नेता को आगे नहीं बढने दिया जबकि कांग्रेस हर प्रदेश में युवा दलित नेतृत्व खड़ा करना चाहती है।
उत्तर प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के परिणामों में आज सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) को झटका लगा और उसे तीन में से दो पर हार का सामना करना पड़ा है। गौरतलब है कि आठ राज्यों की 12 सीटों पर हुए विधानसभा उपचुनाव हुए थे।
जमाना फार्मूले का है। राजनीति भी इससे अछूती नहीं। अब देखिए ना बिहार में गठबंधन का फार्मूला हिट हुआ तो अब उसे उत्तर प्रदेश में भी दोहराने की जुगत लगाई जा रही है। हालांकि शुरूआती दौर में बड़े खिलाड़ी अभी पर्दे के पीछे हैं मगर बातचीत के दौर बता रहे हैं कि बात तो बनकर ही रहेगी। बिहार के नायक नीतीश कुमार इस बार पूरी तरह स्वयं कमान संभाले हुए हैं, उनकी पार्टी जद (यू) के अध्यक्ष शरद यादव तो पिछली सीट पर ही बैठे हैं।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी ने अगले माह होने वाले विधानपरिषद के चुनाव के लिए टिकट देने में युवाओं को तरजीह दिया है। इतना ही नहीं हाल में पार्टी से निष्कासित दो युवा नेता सुनील सिंह साजन और आनंद भदौरिया को भी टिकट देकर यह जता दिया है कि इन लोगों को गलत आरोपों में निष्कासित कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की तीन सीटों के लिए हो रहे उपचुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा और प्रदेश की सत्तासीन समाजवादी पार्टी के बीच है। जबकि बहुजन समाज पार्टी उपचुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े नहीं करती।