Advertisement

Search Result : "सफेद गेंद"

सूरत में अरबपति भजियावाला ने 700 डमी एकाउंंट के जरिए कालेधन को किया सफेद

सूरत में अरबपति भजियावाला ने 700 डमी एकाउंंट के जरिए कालेधन को किया सफेद

गुजरात में सूरत के अरबपति चाय बेचने वाले भजियावालाके बारे में सीबीआई ने खुलासा किया है। सीबीआई ने कहा कि नोटबंदी के बाद किशोर भजियावाला ने कालेधन को सफेद करने के लिए 700 लोगों का इस्तेमाल किया था।
कोऑपरेटिव बैंक का अध्यक्ष अरबपति भाजपा नेता कालेधन को करवाता था सफेद!

कोऑपरेटिव बैंक का अध्यक्ष अरबपति भाजपा नेता कालेधन को करवाता था सफेद!

आयकर विभाग की टीम ने भाजपा के नेता और महानगर कोऑपरेटिव बैंक के संस्थापक अध्यक्ष सुशील वासवानी के 8 ठिकानों पर छापे मारे। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक सुशील वासवानी और उनका परिवार महानगर बैंक के जरिए ब्लैक मनी को वाइट करने का काम कर रहा था।
काले धन को सफेद करने पर बैंकिंग के बेसिक रुल तोड़े गए

काले धन को सफेद करने पर बैंकिंग के बेसिक रुल तोड़े गए

नोट बंदी लागू होने के बाद विभिन्न हिस्सों में काले धन को सफेद करने में बैंकों व बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्‍ध है। यूं कहा जाए कि पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम के बाद देश के बैंकिंग ढांचे की कलई खुल गई है। तीन वर्ष पहले एक वेबसाइट की तरफ से निजी व सरकारी बैंकों में काले धन को सफेद करने के गोरखधंधे का जो खुलासा हुआ था वह बदस्तूर जारी है। इस बीच आरबीआइ ने नियमों में कड़ाई बरती है। बैंकों पर जुर्माना लगाया लेकिन इन्हें नजर अंदाज करने वालों पर कोई लगाम नहीं लग पाया है।
11 से 20 नवंबर तक 15 हजार करोड़ का गोल्‍ड इंपोर्ट, कालाधन हुआ सफेद!

11 से 20 नवंबर तक 15 हजार करोड़ का गोल्‍ड इंपोर्ट, कालाधन हुआ सफेद!

नोटबंदी के तुरंत बाद गोल्ड इंपोर्ट के जरिए कालाधन को सफेद करने की खबर आ रही है। स्‍वर्ण आयात के अनुमान भी इशारा कर रहे हैं कि इस व्‍यापार से जुड़ी कुछ इकाइयों ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों को अपना कालाधन गोल्ड बार और जूलरी में बदलने में मदद की है।
1900 पार्टियों में से 400 ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, क्‍या बस कालाधन सफेद करती रहीं?

1900 पार्टियों में से 400 ने कभी चुनाव नहीं लड़ा, क्‍या बस कालाधन सफेद करती रहीं?

देश में 1900 राजनैतिक दल हैं। इन पार्टियों में से करीब 400 पार्टियों ने कभी चुनाव नहीं लड़ा। इसका मीडिया में यही मतलब निकाला जा रहा है कि इन पार्टियों के गठन का लक्ष्‍य कहीं कालेधन को सफेद करना ही तो नहीं था। इस तस्‍वीर के बाद दार्शनिक अंदाज में यह भी कहा जा सकता है कि भारतीयों के जीवन में 'राजनीति' बहुत गहराई तक शामिल है।
भाजपा नेता ने कराए 100 करोड़ सफेद : ड्राइवर का सुसाइड नोट

भाजपा नेता ने कराए 100 करोड़ सफेद : ड्राइवर का सुसाइड नोट

कर्नाटक के खनन उद्योग के किंग और पूर्व मंत्री जनार्दन रेड़्डी काला धन को लेकर एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। रेड्डी के करीबी एक प्रशासनिक अधिकारी के ड्राइवर ने आत्महत्या कर ली है और अपने सुसाइड नोट में दावा किया है कि उक्त अधिकारी के जरिये रेड्डी ने अपना करोंडों का काला धन सफेद कर लिया है।
नोटबंदी: गरीबों का दर्द बताने के लिए तेदेपा सांसद ने अपनाया अनोखा तरीका

नोटबंदी: गरीबों का दर्द बताने के लिए तेदेपा सांसद ने अपनाया अनोखा तरीका

तेलगूदेशम पार्टी के सांसद एन शिवप्रसाद ने नोटबंदी के फैसले के बाद आम जनता को होने वाली समस्याओं को उजागर करने के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया। मंगलवार को एन शिवप्रसाद संसद में काली सफेद रंग की शर्ट पहनकर आए जिसमें एक तरफ दुखी किसानों की तस्वीर थी तो दूसरी तरफ अमीर लोगों की।
भाजपा के करीबी सांसद का दामाद करता था काला धन सफेद!

भाजपा के करीबी सांसद का दामाद करता था काला धन सफेद!

हरियाणा के हिसार से चार्टर्ड विमान द्वारा साढ़े तीन करोड़ रुपये देश के पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड ले जाने के मामले में यह जानकारी सामने आई है कि इसमें केंद्र की भाजपा सरकार को समर्थन दे रहे नगालैंड के इकलौते लोकसभा सांसद नेफियू रियो के दामाद अनाटो झिमोमी का हाथ है। आयकर अधिकारियों को शक है कि झिमोमी इसके जरिये अपने बिजनेसमैन दोस्तों का काला धन सफेद कर रहा है।
कुंबले ने कोहली के खिलाफ गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज किया

कुंबले ने कोहली के खिलाफ गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों को खारिज किया

भारतीय कोच अनिल कुंबले ने ब्रिटिश मीडिया द्वारा कप्तान विराट कोहली के खिलाफ लगाये गये गेंद से छेड़छाड़ के आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह इस तरह की खबरों को हवा देने में विश्वास नहीं करते।
आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

आसानी से अपना काला धन सफेद कर सकती हैं पार्टियां

राजनीतिक पार्टियां विधानसभा चुनाव से पहले अपने कार्यकर्ताओं के खाते में नकदी डालकर अपने काले धन को सफेद बनाने का प्रयास कर सकती हैं। राजनीतिक विश्लेषक प्रधानमंत्री की पहल को मात्र लोकप्रियता हासिल करने के लिए उठाया गया कदम करार दे रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि इससे राजनीतिक दलों द्वारा काले धन के इस्तेमाल पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा।
Advertisement
Advertisement
Advertisement