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Search Result : "सुनील नारायण"

रतलाम में आसाराम आश्रम की जमीन अटैच

रतलाम में आसाराम आश्रम की जमीन अटैच

रतलाम जिले के पंचेड़ स्थित आसाराम आश्रम से करीब 61 बीघा शासकीय जमीन मुक्त कराने के बाद अब आयकर विभाग ने पंचेड़ आश्रम व नारायण सांई के नाम पर दर्ज जमीन भी अटैच की है। अघोषित आय और संपत्ति की जांच में विभाग के अहमदाबाद कार्यालय से गुरुवार को आदेश की प्रति मिलने के बाद एडीएम डॉ. कैलाश बुंदेला ने इन संपत्तियों के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी है।
यूपी चुनाव: लोकदल को उम्मीद कि मुलायम करेंगे उसका प्रचार

यूपी चुनाव: लोकदल को उम्मीद कि मुलायम करेंगे उसका प्रचार

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव द्वारा सपा-कांग्रेस गठबंधन का खुला विरोध किये जाने से पैदा सूरतेहाल के बीच लोकदल इसमें अपने लिये सम्भावनाएं देख रहा है और उसे उम्मीद है कि मुलायम राज्य के आगामी विधानसभा चुनाव में उसके प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे।
जोशी हत्याकांड में साध्वी प्रज्ञा समेत आठ बरी

जोशी हत्याकांड में साध्वी प्रज्ञा समेत आठ बरी

देवास की एक स्थानीय अदालत ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पूर्व प्रचारक सुनील जोशी हत्याकांड मामले में आज साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर सहित सभी आठ आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि पुलिस और एनआईए दोनों ने किसी पूर्वाग्रह या अज्ञात कारण से प्रकरण में लचर अनुसंधान किया।
उत्‍तर प्रदेश में 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आसाराम की पार्टी

उत्‍तर प्रदेश में 150 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आसाराम की पार्टी

उत्‍तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले कई क्षेेत्रीय पार्टियां ताल ठोकने में जुट गई है। रेप के आरोपित आसाराम के बेटे और खुद भी रेप के आरोपित नारायण साईं की ओजस्वी पार्टी पूर्वांचल की 150सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेसी टोपी पहन कर भाजपा के हुए नारायण दत्त तिवारी के बेटे

कांग्रेसी टोपी पहन कर भाजपा के हुए नारायण दत्त तिवारी के बेटे

खादी के कैलेंडर के से भले ही गांधी जी गायब हो गए हों लेकिन टोपी के माध्यम से गांधी लगता है भारतीय जनता पार्टी में आ जाएंगे। आज 91 साल के दिग्गज कांग्रेसी नेता नारायण दत्त तिवारी अपने बेटे रोहित शेखर के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
भारत में कई शहर जहां सांस लेना मुश्किल: ग्रीनपीस रिपोर्ट

भारत में कई शहर जहां सांस लेना मुश्किल: ग्रीनपीस रिपोर्ट

ग्रीनपीस इंडिया द्वारा ऑनलाइन रिपोर्ट और सूचना के अधिकार के तहत देश भर के विभिन्न राज्यों के प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से मिली जानकारियों के आधार पर बनाई गई वायु प्रदूषण की मौजूदा स्थिति पर बनी रिपोर्ट बेहद भयावह है। इसमें भारत के किसी भी शहर में डब्लूएचओ और दक्षिण भारत के कुछ शहरों को छोड़कर भारत के किसी भी शहर में केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के प्रदूषण निंयत्रित करने के लिए बनाए गए मानकों की सीमा का पालन नहीं किया है। 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के 168 शहरों की स्थिति पर ग्रीनपीस इंडिया द्वारा बनी इस रिपोर्ट का नाम ‘वायु प्रदूषण का फैलता जहर’ नाम दिया गया है। इसमें प्रदूषण का मुख्य कारण जीवाश्म इंधन को जलाना बताया गया है।
सपा में घमासानः  अखिलेश विरोधियों की पार्टी में वापसी समर्थकों की नहीं

सपा में घमासानः अखिलेश विरोधियों की पार्टी में वापसी समर्थकों की नहीं

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी में एक बार फिर खलबली मच गई है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विरोधियों को पार्टी में वापसी कराकर प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर टकराव का संकेत दे दिया है। वहीं अखिलेश समर्थकों की वापसी की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।
नगद नारायण का मुक्ति काल

नगद नारायण का मुक्ति काल

बड़े अफसर आकाओं ने ऐलान कर दिया है कि सरकार अब भारतीय मुद्रा रुपये के नगदी खर्च पर सेस के रूप में अतिरिक्त कर वसूलने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रही है और जल्द निर्णय हो सकता है। संभव है यह कर दो-चार प्रतिशत ही हो। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि दुनिया में महान भारत अकेला ऐसा देश होगा, जहां ‘नगद नारायण’ को प्रणाम करने के बजाय यथासंभव दूर रखने में अपना कल्याण समझेंगे।
मुंबई दंगों के दौरान एक परिवार को बचाया था गावस्कर ने

मुंबई दंगों के दौरान एक परिवार को बचाया था गावस्कर ने

वेस्टइंडीज के तूफानी गेंदबाजों का दृढ़ता से सामना करने की पहचान बनाने वाले महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 1993 में मुंबई हमलों के दौरान साहस दिखाते हुए एक परिवार को बचाया था। गावस्कर के बेटे रोहन ने कल रात मुंबई खेल पत्रकार संघ (एसजेएएम) के स्वर्ण जयंती लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से अपने पिता को सम्मानित किए जाने के दौरान यह घटना याद की।
कुशल प्रशासक थीं जयललिताः भीष्म

कुशल प्रशासक थीं जयललिताः भीष्म

जयललिता अपने राज्य के लोगों के दिलों में राज करतीं थी। गरीबों के लिए उनके दिल में बहुत दर्द था जो उनकी योजनाओं से झलकता है। वह कुशल प्रशासक थीं इसकी वजह से तमिलनाडु में न सिर्फ कानून-व्यवस्था स्थिति अच्छी रही बल्कि वहां विकास के काफी काम भी हुए। यह कहते हुए जयललिता को पहली बार 1991 में शपथ दिलाने वाले तमिलनाडु के तत्कालीन राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह भावुक हो जाते हैं।
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