यह अस्पताल प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में आता है। मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। ऑक्सीजन की कमी या इंसेफलाइटिस की वजह से मौत की संभावना जताई जा रही है।
दिल्ली में 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जगदीश टाइटलर ने लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने से इंकार कर दिया है। पूर्व में इस मामले में सीबीआई जगदीश टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर में भाजपा विधायक द्वारा एक आईपीएस अधिकारी से कथित अभद्रता करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। दुर्व्यवहार के बाद महिला पुलिस अधिकारी ने हालांकि कहा वह ठीक हैं लेकिन उन्हें थोड़ा दुख हुआ और वह आहत हैं।
उत्तर प्रदेश में गुंडाराज का खत्म करने के दावे के साथ आई योगी आदित्यनाथ की सरकार के सामने हिंसक घटनाएं नई चुनौती पेश कर रही है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जिस तरह शोभा यात्रा के नाम पर निकलेे जुलूस उपद्रव का कारण बने रहे हैं, उसने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला अब जुलूस, बवाल और दंगो के नाम से चर्चा में है। दूधली के बाद बड़गांव के सब्बीरपुर में जुलूस के नाम पर बवाल हुआ। इस तरह शोभायत्रा के नाम पर हो रही हिंसा और उपद्रव कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
एक तरफ जहां तमाम विपक्षी दल ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ईवीएम की एक नई परिभाषा दी है। उन्होंने गोरखपुर में कहा कि जो लोग ईवीएम की कार्यप्रणाली पर सवाल खडा कर रहे थे, उन्हें मुंह की खानी पडी है। उन्हें अब मानना होगा कि ईवीएम मतलब 'एवरी वोट फाॅर मोदी' है।
ओडिशा के भद्रक में भगवान श्रीराम पर कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के बाद सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई है। प्रशासन ने शहर में कर्फ्यू लगा दिया है। जिला प्रशासन ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एहतियातन स्कूल-कॉलेजों को बुधवार तक के लिए बंद कर दिया है।
यूपी का सीएम बनने के बाद मंगलवार को योगी आदित्यनाथ संसद पहुंचे। योगी ने कहा कि पीएम मोदी के सपनों का उत्तर प्रदेश होगा। पीएम मोदी के शासन से उत्तर प्रदेश में उत्साह का नया ढांचा है। सबका साथ सबका विकास की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में नई सरकार काम करेगी।
योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही कौन होगा उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री वाक्य का रोमांच खत्म हो गया। घोर हिंदुत्ववादी छवि वाले आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बना कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने जताने की कोशिश की है कि अब देश में जातीय गणित के दिन लद गए हैं।