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मैगज़ीन डिटेल

कौशल दिखाने का मौका ही कहां?

किसी मंत्रालय में पूरे तीन साल काम करने का सौभाग्य तो कुछेक मंत्रियों को ही मिला, बहुतों के विभाग कई बार बदले, कई मंत्रालय में आठ मंत्री आए-गए

दीवार पर लिखी इबारत

प्रधानमंत्री ने नोटबंदी का ऐलान करते वक्त जो मकसद बताए थे, वे रिजर्व बैंक की ताजा रिपोर्ट में खारिज होते दिखते हैं। अगर सरकार हकीकत को स्वीकार किए बगैर अपने तर्क देती रही तो अच्छे दिन की ओर बढ़ना आसान नहीं होगा

समीकरणों की साज-संभाल

मोदी मंत्रिमंडल के फेरबदल के कई सियासी फलक मगर सवाल बरकरार कि यह कितना कारगर

मिशन ‘न्यू बीजेपी’

ताजा फेरबदल से भाजपा के नए स्वरूप और एजेंडे के सूत्र भी खुले

जमीन की जंग से धर्मयुद्ध तक

धर्मांतरण और भूमि अधिग्रहण से संबंधित दो विधेयकों के विरोध में आंदोलन की सुगबुगाहट

कर्ज देने वाला ही लगा डूबने

उद्योगों को वित्त उपलब्ध कराने वाली संस्था यूपीएफसी की कई संपत्तियां हुईं कुर्क। भ्रष्टा चार से हाल-बेहाल

खुद बीमार हो गया अस्पताल

गैस पीड़ितों के इलाज के लिए हुई है बीएमएचआरसी की स्थापना

ममता को दोहरी चुनौती

अलगाववाद और सांप्रदायिकता से जूझती पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के लिए राहें आसान नहीं

डिजिटल रिकॉर्ड में भी पहली दिल्ली

ऐतिहासिक दस्तावेजों को सुरक्षित रखने का महाअभियान

गेंदबाज गोल बल्लेबाज बुलंद

आइपीएल और बिग बैश जैसे टूर्नामेंटों और पैसे की चमक के कारण गेंदबाजी में मामूलीपन का दौर जबकि औसत बल्लेबाज भी बने शहंशाह

वर्जनाओं का अंदाज-ए-बयां

इंटरनेट के जमाने में जब परदे झीने हो गए हैं, कई फिल्में अब वर्जित विषयों को सार्वजनिक बहस का हिस्सा बनाने लगीं

मधुर धुनों का विस्मृत संगीतकार

फिल्मी संगीत की दुनिया प्रसिद्ध को ही सफल मानती है, नारायण दत्त जैसे कलाकार अनजान रह जाते हैं

यूं बनते हैं बंदूकबाज

बंदूकबाज ने बताए अपने हुनर

गुरुघंटालों के काम-धंधे

अध्यात्म, राजनीति और कारोबार के घालमेल से अकूत सं‌पत्ति बनाने वाले बाबा भयादोहन पर आश्रित

डेरों की शाही शानो-शौकत

अपने सामाजिक और राजनैतिक रसूख के जरिए बाबाओं की जमात और तामझाम में लगातार इजाफा

नोटबंदी की मार, आंकड़ों की गवाही

आरबीआइ की रिपोर्ट और जीडीपी के आंकड़ों के जरिए उजागर हुई नोटबंदी की मार, कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक के दावे निकले बेदम

रक्षा जगत में उभरती तकनीकें

नई तकनीकों के हिसाब से रणनीतियों में बदलाव ला रहे हैं रक्षा और आंतरिक सुरक्षा से जुड़े संगठन

अभिशप्त बचपन

अपनों और परायों की हवश और शोषण के शिकार मासूमों के मामलों में लगातार इजाफों से उभरे नए सवाल मगर सरकार और समाज की

गम भुलाने की तरकीबों से बना पहला थिसारस

थिसारस शब्दों के मूल और विविध प्रयोगों का उपयोगी खजाना है मगर रोजेट के योगदान और भी विलक्षण

“विपक्षी एकता असंभव नहीं”

मुश्किलें तो आजादी की लड़ाई में भी थीं। मतभेद तब भी थे। फिर भी हम साथ-साथ लड़े और आजाद हुए

प्रवासी जन-जीवन की गाथा

सूरीनाम में रहने वाले प्रवासियों की संघर्ष की गाथा है छिन्नमूल

बहस में स्त्री

वैवाहिक बलात्कार के बारे में सरकार ने ऐसे वक्त हलफनामा दिया जब निजता बनी बुनियादी अधिकार

अब क्या करेगा काजी

भारतीय मुसलमान अपने दुश्मनों से तो लड़ सकते हैं, मगर दोस्तों से उन्हें कौन बचाएगा?

यथास्थिति वालों को चपत

तीन तलाक पर ऐतिहासिक फैसला मुसलमानों को तर्कसंगत विचारों के लिए प्रेरित करता है

अधिकारों को पुख्ता आधार

निजता का अधिकार संवैधानिक हुआ, अब व्यक्तिगत जीवन में ताक-झांक होगी नामुमकिन

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