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मैगज़ीन डिटेल

चलो फिर स्कूल की ओर

बेहद सक्रिय और गतिशील कॉरपोरेट माहौल की लगातार नई जरूरतों के मुताबिक नए हुनर से वाबस्ता होने की खातिर टॉप मैनेजरों में अकादमिक जगत की ओर रुख करने की शुरू हुई होड़

न्यू इंडिया की असुरक्षित बेटियां

हम औपचारिकताएं पूरी करने में पीछे नहीं रहते। निर्भया कांड के बाद कानून में बदलाव से लेकर कई कदम उठाये गये लेकिन इनमें से कई सांकेतिक महत्व के ही बने रहे। निर्भया फंड का कहीं भी पूरा उपयोग नहीं हो सका। सांकेतिक कदम बड़ा बदलाव नहीं ला सकते हैं। बदलाव समाज के अंदर लाना होगा और सरकार को प्रभावी कदम उठाने होंगे।

इस उतार-चढ़ाव में कहां पूरे होंगे सपने

छात्रों और उद्योगों के लिए चुनौतीपूर्ण साल में हम पेश कर रहे हैं देश के बिजनेस स्कूलों की सालाना रैंकिंग, दाखिला लेने वाले पहले सोचें, समझें तब लें फैसला

स्कूलों की कैसी है भूमिका

आखिर क्या है जरूरी? बी-स्कूलों, दाखिला लेने वालों और स्नातकों के लिए एक जरूरी दिशानिर्देश

बिजनेस स्कूलों को मिलेगी पंख फैलाने की आजादी

अधिक स्वायत्तता देने के सरकार के फैसले से आइआइएम बनेंगे ज्यादा प्रतिस्पर्धी

बी-स्कूल सावधान! सुधरो वरना बंद करो

घिसे-पिटे पाठ्यक्रम, कम योग्य फैकल्टी, रोजगार अक्षम स्नातक और सबसे बढ़कर उद्योग में मांग बेहद कम होने से बिजनेस स्कूलों के लिए खतरे की घंटी बजी

“भारत अब भी बड़ा बाजार है, स्वर्णकाल तो आगे आएगा”

देश के एयरलाइन उद्योग की दिशा बदल देने वाले कैप्टन जीआर गोपीनाथ कभी बिजनेस स्कूल में नहीं गए। हालांकि 2003 में एयर डेक्कन शुरू करने से पहले वे कई वर्षों से अपनी तरह के उद्यमी रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई उतार-चढ़ाव भी देखे और राजनीति में भी दांव आजमाया। 65 वर्षीय गोपीनाथ बताते हैं कि उद्यम शुरू करने का तो हमेशा ही अच्छा वक्त होता है, क्योंकि मायने तो यही रखता है कि आपका बिजनेस मॉडल कैसा है। अजय सुकुमारन से उनकी बातचीत के कुछ अंश:

हम भी किसी से कम नहीं

जिंदगी की तमाम ऊंच-नीच, हारी-बीमारी को झेलते हुए कई महिला उद्यमियों ने लिखी सफलता की नई इबारत, एमबीए डिग्रीधारियों या धन-दौलत के उत्तराधिकारियों से नहीं साबित हुईं कमतर

छोटा बजट, छोटे स्टार ही फायदे का सौदा

कंटेंट में भारी मगर बजट और स्टार कास्ट में छोटी फिल्मों की धूम, बड़े सितारों की फिल्में कमाई में फिसड्डी

नए नियमों से बढ़ेगा क्रिकेट का रोमांच

आइसीसी ने किए नियमों में कई बदलाव, बल्ले के गेंद पर हावी होने से रोकने की कयावद से खेल कुछ संतुलित और मजेदार होगा

नए संगीतकारों से रीता 7वां दशक

सातवें-आठवें दशक में संगीत की बदलती प्रवृत्तियों के कारण नए संगीतकारों का प्रवेश कम रहा

मर्सडीज से आए हैं जी

स्टेटस बताता है आज का स्मार्ट फोन

जहां शर्मसार हो गई शिक्षा

छेड़छाड़ से सुरक्षा की मांग करने वाली छात्राओं के खिलाफ विवि प्रशासन के रवैए से खुलीं पुरुष सत्ता, जातिवाद और घोटालों की परतें

वक्त से पहले बजी परीक्षा की घंटी

अर्थव्यवस्था और सामरिक मोर्चे पर बिगड़े हालात से अपनों के भी निशाने पर आई भाजपा 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले ही चुनौतियों से रू-ब-रू

अखिलेश का नया ब्रह्मास्त्र

हार से सबक लेकर ‘समाजवादी डिजिटल फोर्स’ का किया गठन पर असली परीक्षा तो विपक्षी एका के सवाल पर ही होगी

शिवराज के खिलाफ अपनों की लामबंदी

भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा

मुद्दे कई पर सियासी सक्रियता सिफर

सत्तारूढ़ भाजपा तो मसले दबाने में जुटी पर कांग्रेस को भी परवाह नहीं

राजनीति की अंतर्कथा

दिग्गज नेता शरद पवार के बारे में कई जानकारी देती है आत्मकथा

कलाओं की स्वायत्तता

साहित्य कला परिषद द्वारा आयोजित नाट्य उत्सवों में सरकार द्वारा निर्धारित विषयों पर नाटक करना होगा

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