भारतीय जनता पार्टी बिहार में चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। पूर्व सांसद साबिर अली के बाद अब चारा घोटाले के आरोपी पूर्व मंत्री आरके राणा के पुत्र अमित राणा को भी पार्टी में शामिल कर लिया है। इसको लेकर भाजपा के ही लोग दबे स्वरों में सवाल उठाते हैं। एक भाजपा नेता के मुताबिक एक तरफ तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार में जंगलराज को लेकर निशाना साध रहे हैं तो दूसरी ओर दागियों को ही भाजपा की सदस्यता दिलाने में पार्टी पीछे नहीं हट रही है।
व्यापमं को घोटाला कहा जाए या डेथ-ट्रैप यानी मौत का जाल या फिर मौत का बरमूडा त्रिकोण...। एक बात साफ है कि इसके पास जाने वाले या इसमें शामिल लोगों की मौतों का आंकड़ा जिस तेजी से बढ़ा, उसने इसे भारत के सबसे रहस्यमय खौफनाक घोटाले में तब्दील कर दिया। ऐसा रहस्य जो बड़ी-बड़ी आपराधिक गाथाओं को मात देने को आतुर हो।
बहुप्रतीक्षित और बहुभाषी फिल्म बाहुबली आज दुनिया भर में बड़े पर्दे पर रिलीज हो गई। दर्शकों की जबरदस्त प्रतिक्रिया और उमड़ रही भीड़ ने इस फिल्म को वाकई बाहुबली सिद्ध कर दिया है।
दिल्ली के अफसरों की लगाम किसके हाथ में रहेगी, इस मुद्दे पर दिल्ली सरकार और उप राज्यपाल के बीच टकराव तेज होता जा रहा है। बुधवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और आम आदमी पार्टी के नेता आशुतोष ने दिल्ली में ट्रांसफर-पोस्टिंग इंडस्ट्री पर निशाना साधा है। सिसौदिया का कहना है कि ईमानदार अफसरों की नियुक्ति से ट्रांसफर इंडस्ट्री चलाने वाले लोगों को दर्द हो रहा है। इस मसले में उन्होंने रिटायर्ड आईएएस अफसरों को भी आड़े हाथों लिया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और तीन अन्य आप नेता यहां पिछले साल एक आंदोलन के दौरान निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने और जनसेवकों को उनकी जिम्मेदारी निभाने से रोकने के मामले में शुक्रवार को दिल्ली की एक अदालत में पेश हुए।
आम आदमी पार्टी ने बुधवार को चेताया कि केंद्र अगर विवादित भूमि विधेयक पर आगे बढ़ता है तो पार्टी उसके खिलाफ अपने आंदोलन का दायरा बढ़ाएगी। वहीं पार्टी प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस विधेयक के विरोध में यहां एक रैली आयोजित कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के नेतृत्व से नाराज होकर स्वराज संवाद बैठक मेें हिस्सा लेने वाले बागियों पर आज कार्रवाई होगी। इसमें पार्टी के विधायक पंकज पुष्कर पर भी कार्रवाई हो सकती है। क्योंकि पुष्कर पार्टी लाइन के खिलाफ स्वराज संवाद की बैठक में हिस्सा लेने गए थे। आप के कई नेताओं ने एक स्वर में कहा कि जो पार्टी लाइन के खिलाफ काम कर रहे हैं उनके लिए कड़ा कदम उठाया जाएगा चाहे वह कोई भी हो।
क्या आम आदमी पार्टी (आप) सचमुच लोकतांत्रिक मूल्यों या सामाजिक सरोकारों के लिए लड़ना चाहती है या जैसे-तैसे चुनाव जीतना ही इसका पहला मक़सद है? पार्टी के भीतर चल रही उथल-पुथल से यह अहम सवाल पैदा होता है।