फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के सम्मान में आयोजित लंच में बॉलीवुड की कई हस्तियां भी शामिल हुईं। इनमें सबसे खास रही अभिनेत्री एेश्वर्या राय की मौजूदगी।
सर्वसम्मति से भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष चुने जाने के कुछ घंटे बाद अमित शाह ने पार्टी के बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने के लिए लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी शाह के पार्टी अध्यक् निर्वाचित होने के उपलक्ष्य में पार्टी मुख्यालय में मनाए गए जश्न में अनुपस्थित थे।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पड़पोते चंद्र कुमार बोस आज भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में वह भाजपा में शामिल हुए।
जैसा कि उम्मीद जताई जा रही थी अमित शाह को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी की कमान मिल गई है। अमित शाह को तीन साल के पूर्ण कार्यकाल के लिए निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया है। गौरतलब है कि आउटलुक ने 18 जनवरी को ही अमित शाह के दोबारा अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले की खबर दे दी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने प्रख्यात लेखिका अरुंधती राय के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय के आपराधिक अवमानना नोटिस पर रोक लगाने से आज इंकार कर दिया। अरुंधती राय ने एक साप्ताहिक पत्रिका में लिखे लेख में दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जी.एन. साइबाबा को लगातार जेल में रखने पर सवाल उठाया था।
लालू प्रसाद को रविवार को लगातार 9वीं बार राष्ट्रीय जनता दल का अध्यक्ष चुन लिया गया। पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। इस अवसर पर लालू प्रसाद ने भाजपा और नरेंद्र मोदी की सरकार में देश के सुरक्षित नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि बिहार की जीत के बाद अब वह सांप्रदायिक ताकतों को कुचलने और हस्तिनापुर (दिल्ली) से भाजपा को उखाड़ फेकने के लिए देश में धर्मनिरपेक्ष ताकतों को एकजुट करेंगे।
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव की बेटी डॉ. मीसा भारती भले ही लोकसभा का चुनाव हार गई हों लेकिन राजनीतिक सक्रियता बरकरार है। मीसा जनता के बीच बेहतर संवाद बनाए हुए हैं और भविष्य के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं। आने वाले दिनों में मीसा की राजनीतिक भूमिका क्या होगी। इसको लेकर आउटलुक के विशेष संवाददाता ने विस्तार से बातचीत की। पेश है प्रमुख अंश-
बिहार विधानसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी का रथ रोकने के बाद जनता दल (यूनाइटेड) राज्य के बाहर अपने विस्तार की कोशिशों में जुट गई है। इसी योजना के तहत पार्टी जल्द ही नया चुनाव चिह्न हासिल कर सकती है।