Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

आखिर कौन हैं दलितों के साथ हिंसा करने वाले

19 साल की लड़की के साथ पाशविक कृत्य के पीछे सदियों पुरानी जातिगत सोच

कृषि सुधार या संकट का फरमान

नए कानूनों को सरकार लंबे समय से लंबित सुधार बता रही लेकिन किसानों में कृषि उपज मंडी और एमएसपी खोने की आशंकाएं बढ़ीं, क्या सरकार झेल पाएगी यह विरोध

अस्तित्व की लड़ाई

नए कानूनों से किसानों को खेती पर भी कॉरपोरेट के हावी होने का अंदेशा

जमीन वापस पाने की जद्दोजहद

पंथक सियासत में आधार खोने के बाद शिरोमणि अकाली दल किसानों के बीच पैठ बढ़ाने के प्रयास में

“नीति, नीयत, राजनीति तीनों में खोट”

आवरण कथा/इंटरव्यू/योगेंद्र यादव

भला किसानों का या कॉरपोरेट का?

कृषि कानूनों को तेजी से बढ़ते खाद्य बाजार के संदर्भ में देखना जरूरी

श्रमेव अ-जयते

संसद में पारित तीन संहिता से श्रमिक अधिकारों पर कैंची, अधिकारों के लिए हड़ताल का रास्ता भी मुश्किल

सौगातों के सहारे

चुनाव के ऐलान से ऐन पहले राज्य और केंद्र की एनडीए सरकार ने दनादन परियोजनाओं की घोषणा की मगर क्या वोटरों पर जादू चलेगा

छोटे चुनाव पर बड़े दांव

उपचुनावों के नतीजों से शिवराज, सिंधिया और कमलनाथ के राजनीतिक भविष्य की तय होगी दिशा

‘कोई सबूत नहीं, सब बरी’

28 साल बाद आए फैसले में ढांचा गिराने में किसी साजिश के सबूत नहीं

उन्हें नहीं रुचता कुछ खास अतीत

बिहार सरकार पटना कलेक्ट्रेट परिसर स्थित ऐतिहासिक इमारतों को गिराना चाहती है, सुप्रीम कोर्ट के आदेश से फिलहाल काम रुका

यूपीवुड के हसीन सपने

उत्तर प्रदेश की आदित्यनाथ सरकार की मुंबई के बॉलीवुड के टक्कर में नई मायानगरी बसाने की योजना की आर्थिक-राजनैतिक वजहें भी स्पष्ट

रामधुन में ईश्वर अल्ला तेरो नाम कब, कैसे जुड़ा

गांधी के प्रिय और लोकप्रिय भजनों के बेहद दिलचस्प किस्से, जो गांधी दर्शन के पर्याय बने

किसान की त्रासदी

सरकारी योजनाओं का लाभ बड़े और कुछ मझोले किसानों तक ही पहुंच पाया। छोटा किसान तो लालफीताशाही और बिचौलियों के वर्चस्व वाली व्यवस्था से जूझता हुआ विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित ही रहा

पत्र संपादक के नाम

भारत भर से आई चिट्ठियां

अंदरखाने

सियासी गलियारे की हलचल

खबरचक्र

चर्चा में रहे जो

देश की टॉप यूनिवर्सिटी

देश की टॉप यूनिवर्सिटी आउटलुक-आइ-केयर रैंकिंग 2020

जवां आवाज का विनम्र गायक

उम्र बढ़ने के साथ-साथ एसपीबी की आवाज में और निखार आता चला गया

वक्त से आगे का क्रिकेटर

डीन जोंस के बारे में मेरी सबसे पसंदीदा कहानी 1987 में ऑस्ट्रेलियाई टीम के न्यूजीलैंड दौरे से जुड़ी है।

Advertisement
Advertisement
Advertisement