पिताजी ने कुछ गुरुमंत्र दिए, जिन्हें हमेशा मैंने ध्यान रखा
पिता और पुरुष को एक मान लेने की समस्या बीती सदी में दुनिया भर में कमोबेश एक साथ पैदा हुए अस्मितावादी विमर्श की भी देन है
गांधी को गांधी बनाने में उनके पिता का जितना बड़ा योगदान था, उतना किसी और का नहीं दिखता।
दोनों बाप-बेटी के बीच इतना लंबा और व्यापक रिश्ता रहा कि नेहरू इंदिरा के मां और बाप दोनों हो जाते हैं
रमेशचंद्र शाह की पिता पर कविता
किशोरावस्था में मेरी जिद और फिजूलखर्ची पर प्यार से मुझे नसीहत देते थे पिता
पिताजी ने कभी भी जीवन में किसी तरह का दबाव नहीं बनाया। उन्होंने चुनाव करने की स्वतंत्रता दी
राजनीति में अलग पहचान रखने वाले पिता जी जमीन से जुड़े आदमी थे
मैं मम्मी-पापा, दोनों के साथ लंबे समय रही मगर मेरे ऊपर छाप पड़ी पापा की
मेरे पिता बीरेन्द्र प्रसाद जैन जवानी में आजादी के अंदोलन में शरीक रहे
चूंकि पिताजी कम समय ही घर पर रहते थे, तो उनकी कोशिश रहती थी कि बच्चों पर अधिक से अधिक लाड-प्यार लुटाया जाए
मां हम छह बच्चों को अनुशासित करने में लगी रहती थीं और पिताजी घर की दीवार और मीनार की तरह हमेशा घड़ी की सुई की तरह लगे रहते थे
फिल्म जगत में जो भी कलाकार संघर्ष करता था, पिताजी उसकी सहायता करते थे
पिताजी का पूरा जीवन सादगी, सरलता और विनम्रता की मिसाल है
पिताजी को क्रिकेट मैच देखने का बड़ा शौक था
पिताजी ने फिल्म जगत का संघर्ष देखा था। वह फिल्मी दुनिया की दुश्वारियां जानते थे
पिताजी जब भी पास होते तो बातचीत के दौरान कुछ ऐसा कह जाते जो मेरे मन में बैठ जाता
पापा जो कुछ भी कहते थे उसका गूढ़ अर्थ होता था
उनका सबसे बड़ा योगदान यही रहा कि उन्होंने आदिवासी समाज को राष्ट्रीय फलक पर ला दिया
मेरे पिताजी का मुकाबला ओलिंपिक खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले लीला राम जैसे नामी-गिरामी पहलवान से होता था
बचपन से ही पिताजी समझाते थे कि पिता बनना तो आसान है मगर पिता होना आसान नहीं है
मेरे लिए वे पिता के साथ कवि-शिक्षक-दोस्त-रसोइया... सब थे
भारत भर से आई पाठको की चिट्ठियां
यहां की संस्कृति में दोनों राज्यों की झलक देखने को मिलती है
बीते साल की कुछ ऐसी स्मृतियां जो संजोकर रखना चाहेंगे, कुछ ऐसी भी, जो हमें वर्षों तक सालती रहेंगी
जाते हुए कल में आने वाले कल का अक्स
विश्व विजेताः विश्व कप और गोल्डन बॉल के साथ लियोनेल मेस्सी