Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

ज्ञानपीठ पुरस्कार: शायर, संन्यासी और पुरस्कार

इस बार ज्ञानपीठ पुरस्कार दो लोगों को मिला तो विवाद भी उछल पड़े, रचनाकारों के काम पर एक नजर

चंडीगढ़: चुनाव छोटा संदेश बड़ा

आखिरकार अदालती आदेश से ‘इंडिया’ गठबंधन का मेयर बनने के मायने

राजनीति: गाठें बांधने तोड़ने के जुगाड़

राज्यसभा चुनावों में हिमाचल और उत्तर प्रदेश में भाजपा का रणनीतिक कौशल दिखा तो विपक्ष सड़क को गरम करने में जुटा

हिमाचल प्रदेश/नजरिया: कांग्रेस बनाम शाही खानदान!

दिवंगत वीरभद्र सिंह की कांग्रेस सांसद पत्नी प्रतिभा सिंह और बेटा विक्रमादित्य विरासत को बढ़ा रहे

कश्मीर: दिल और दिल्ली की दूरी

लोगों की नजर में मोदी की ‘अच्छे आदमी’ की छवि के बावजूद लगता है कि भाजपा को चुनाव में उतना राजनैतिक लाभ नहीं मिलेगा

मध्य प्रदेश: गए, गए, नहीं गए नाथ

पार्टी से खुली छूट और भरपूर संभावनाओं के बावजूद विधानसभा चुनाव में हार शायद कमलनाथ को भारी पड़ी

आवरण कथा/चुनावी बॉन्ड: बॉन्डनामा

राजनैतिक फंडिंग की मोदी सरकार की चुनावी बॉन्ड योजना को सुप्रीम कोर्ट ने सिरे से असंवैधानिक करार दिया, तो क्या तकरीबन छह साल से जारी योजना से राजनीति के रंगढंग में आए बदलावों को बदला जा सकेगा?, क्या चुनाव निष्पक्ष और परदर्शी हो पाएंगे?, क्या काले धन की पॉलिटिकल इकोनॉमी से मुक्ति मिल पाएगी?

आवरण कथा/पुस्तक अंश: अपारदर्शी चुनावी बॉन्ड

“चुनावों के माध्यम से एक राष्ट्र के जीवन की पड़ताल” करने वाली एस.वाइ. कुरैशी की लिखी किताब इंडियाज एक्सपेरिमेंट विद डेमोक्रेसी का एक अंश, जिसमें बताया गया है कि चुनावी बॉन्ड क्यों पारदर्शी नहीं हैं

आवरण कथा/सियासी बोल: क्या होगा असर

सबकी नजर इस पर रहेगी कि चंदा देने वालों की सूची उजागर होती है, तो राजनैतिक परिदृश्य में कोई फर्क पड़ता है भी या नहीं

क्रिकेट: बल्ले का यश

टीम इंडिया को शायद यशस्वी जायसवाल के रूप में दूसरा सहवाग मिल गया

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

किसान आंदोलन: न्यूनतम की लड़ाई

एमएसपी और दूसरी मांगों पर कोई सकारात्मक पहल न होने और सख्त पुलिसिया कार्रवाई से किसान संगठनों में एकजुटता बढ़ी

किसान आंदोलन: सियासी संभावनाओं पर ग्रहण

अप्रैल में संभावित लोकसभा चुनाव के चलते पंजाब में एक पखवाड़े पहले तक तेजी से बदल रहे सियासी समीकरण पर किसान आंदोलन का घना साया पड़ गया है

बुद्ध अवशेष: कूटनीति के बुद्ध

30 साल के बाद बुद्ध के पवित्र अवशेष की थाईलैंड में प्रदर्शनी

प्रथम दृष्टि: जनता जिंदाबाद

मोदी लोकसभा चुनावों में जीत की हैट्रिक लगा पाएंगे या नहीं, यह आखिरकार जनता के हाथ में है जिसका फैसला अंतिम होता है। यही भारतीय लोकतंत्र के बहुरंगे चुनावों की खूबसूरती है जिसके कारण सबकी निगाहें इस चुनाव पर हैं

पत्र संपादक के नाम

पाठको की चिट्ठियां

शहरनामा: टिमरनी

सागौन के जंगलों वाला शहर

स्मृति: रेडियो का हिंदुस्तानी लहजा

कम लोग जानते हैं कि अमीन साहब की मां कुलसुम सायानी हिंदुस्तानी प्रचार सभा से जुड़ी थीं और महात्मा गांधी के निर्देश पर उन्होंने रहबर नाम से पत्रिका निकाली थी।

स्मृति: मानवाधिकारों का बुलंद पैरोकार

सबसे प्रतिष्ठित न्यायविद और देश के कानूनी इतिहास के इस दिग्गज का ऐतिहासिक मामलों और संवैधानिक कानून में योगदान अद्वितीय है

Advertisement
Advertisement
Advertisement