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मैगज़ीन डिटेल

विमर्शः वसंत का असमंजस

वसंत की चिंता सिर्फ ट्रम्प के कारण होती तो मुसीबत इतनी बड़ी न होती, वह दृष्टि पंचायतों, परिषदों में फैली हुई है

आप: केजरीवाल चले पंजाब?

विपासना ध्यान के लिए राज्य में पहुंचे आप मुखिया के लिए राज्यसभा जाने का रास्ता साफ किया गया, ताकि बड़ी सियासत में अहमियत बनी रहे मगर पंजाब में भगवंत मान सरकार की चुनौतियां विकट

आवरण कथा/नजरियाः फूहड़ता का साया

सिर्फ सिनेमा का नहीं, पूरी संस्कृति का सवाल, भाषा के पुनरोद्धार के बिना भोजपुरी सिनेमा भी नहीं सुधरेगा

आवरण कथा/भोजपुरी: होइ गवा बाजारू हल्ला

हनी सिंह के नए एलबम से भोजपुरी के अश्लील बोल पर उठा विवाद बाजारूपन और सस्ती कमाई के लालच में बर्बाद होती सभ्यता, संस्कृति की मिसाल

आवरण कथा/भोजपुरी: अश्लीलता का अतिरेक

मामला फूहड़ मनोरंजन का है, या उससे बढ़कर समाज में गहरी जड़ें जमा चुके स्त्री-विरोधी मानसिकता का इजहार

आवरण कथा/रागिनी विश्वकर्मा: सड़क से सुर्खियों में

पंजाबी रैप गायक हनी सिंह के कमबैक एलबम ने बदली अनाम भोजपुरी गायिका की किस्मत

क्रिकेट: चैंपियन चैंपियन टीम इंडिया चैंपियन

मेहनत और कुशल प्रदर्शन से भारतीय टीम को दुबई में मिली बारह साल बाद जीत

फिल्म: ऑस्कर को इतनी अहमियत क्यों

सत्यजीत राय की हॉलीवुड और ऑस्कर की सराहना से भारतीय फिल्मकारों पर अमेरिकी सिनेमा के प्रभाव और पश्चिमी मान्यता के महत्व पर उठते हैं कई सवाल

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

अमेरिका: पटरी पर जेलिंस्की

बैठक में भड़क गए जेलिंस्की को तुरंत समझ आ गया कि ट्रम्प से दुश्मनी उन्हें भारी पड़ेगी

परिसीमन: विंध्य आर-पार गहरी दरार

संसदीय क्षेत्रों के परिसीमन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के त्रिभाषा फार्मूले पर उठे बवंडर से उत्तर-दक्षिण की खाई चौड़ी होने की ही नहीं, भाजपा के खिलाफ नई मोर्चाबंदी की भी सियासी सुगबुगाहट

अमेरिका/नजरिया: ट्रम्प के पत्ते रूस की भी पहेली

ह्वाइट हाउस में जेलिंस्की प्रकरण और ट्रम्प के नाटो संबंधी बयानों से यूरोप में कई शंकाएं, मगर रूस भी अमेरिकी राष्ट्रपति को हल्के में नहीं ले सकता

पुस्तक समीक्षा: जज्बाती गीतकार

यह पुस्तक उन सब लोगों के लिए है, जो फिल्मी गीत तो सुनते हैं लेकिन अक्सर उनकी गहराइयों से परिचित नहीं हो पाते

पुस्तक समीक्षाः रहस्यों का उद्घाटन

उपन्यास में आक्रांताओं के विरुद्ध इन अदृश्य योद्धाओं की असाधारण वीरता की कई प्रामाणिक कहानियां हैं।

पत्र संपादक के नाम

पाठको की चिट्ठियां

प्रथम दृष्टि: बाजारवाद का रैप

भोजपुरी सिनेमा का इतिहास लगभग 65 वर्ष पुराना है। साठ के दशक की शुरुआत में तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के कहने पर फिल्मकार-अभिनेता नजीर हुसैन ने गंगा मैया तोहे पियरी चढ़ईबो नामक पहली भोजपुरी फिल्म बनाई

शहरनामाः ओरछा

राम राजा की नगरी

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