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मैगज़ीन डिटेल

आइए जानें, कौन सी हैं देश की सबसे खराब ट्रेनें

रेलवे की कायापलट योजना की राह में यात्री सुविधाएं दुरुस्त करने की ‘पहाड़ जैसी’ चुनौती

उम्मीदों का आकाश

लंदन ओलंपिक से ज्यादा पदक लाने के लिए रियो में भारतीय खिलाड़ियों को करना होगा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन

रूमानी बूंदों से भीगा रजत पट

फिल्मों में प्रेम बारिश के रूप में भी बरसता है, भीगी साड़ी और उल्लासित मन दर्शकों को हमेशा बांधे रखने में कामयाब है

ये है रजनी ‘फीवर’

‘थलाइवा’ को लेकर मास हिस्टीरिया चौंकाने वाली है। वे पागलपन की हद तक भीड़ के साथ खुद को कनेक्ट करते हैं

उप्र में बसपा बनाम क्षत्रिय स्वाभिमान

मायावती की चिंताएं बढ़ीं, विपक्ष पर निगाह लेकिन अपनी रणनीति का खुलासा नहीं कर रहीं

उप्र में गालियों की राजनीति

अपने प्रतिद्वंद्वियों पर कीचड़ उछालने में कोई किसी से पीछे नहीं

नक्सल हिंसा वाले बस्तर की पहचान बना विकास

छत्तीसगढ़ में जीवनरेखा साबित हो रही हैं सडक़ें, मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं संवेदनशील इलाके

बालाघाट में फिर पैर पसारते नक्सली

मध्य प्रदेश के एक इलाके में दोबारा सिर उठा रही उग्रवाद की चुनौती

दूध और मांस में संतुलन की चुनौती

भैंस के मांस का निर्यात बढ़ाने की होड़ में दूध पर कितना ध्यान

‘आनंद’ का मंगलगान

मध्य प्रदेश में आनंद मंत्रालय के गठन को लेकर कितनी गंभीर है शिवराज सरकार

अफसरशाही और नेताओं के बीच पिसता प्रसार भारती

सुस्त चाल और तालमेल के अभाव में दूरदर्शन भुगत रहा नाकामी और अप्रासंगिक होने का खामियाजा

सरकारी कंपनियों में नियुक्तियों का घालमेल

अपनों को लाभान्वित करने के लिए डायरेक्टर पर्सनल/एचआर की पोस्ट के लिए नहीं रखी जाती कोई बड़ी योग्यता

‘2020 तक इलेक्ट्रिकल व्हीकल का बड़ा बाजार बनेगा भारत’

केंद्रीय विज्ञान एवं टेक्नोलॉजी मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने अपने मंत्रालय में कई अहम योजनाओं पर काम शुरू किया है। उनका दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार है। केंद्र में अपने मंत्रालय के साथ ही वह दिल्ली के लिए भी बेहद सक्रिय रहते हैं। प्रस्तुत है उनसे आउटलुक की बातचीत के प्रमुख अंश:

कैसे पैदा हुई कश्मीर की समस्या

कश्मीर को भारत छोड़ना नहीं चाहता था। यह नेहरू के धर्मनिरपेक्ष एजेंडे पर फिट बैठता था

पुस्तक समीक्षाएं

तीन महत्वपूर्ण पुस्तकों हुजुर ए आला, महर्षि सांदीपनि-श्रीकृष्ण विद्यांजलि, कविता के तीन दरवाजे की समीक्षा

दोस्त से दुश्मन बनते गैजेट्स

मनोचिकित्सक अब मानने लगे हैं कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अत्यधिक इस्तेमाल लत से आगे बढ़कर बीमारी बन गया है

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