एनपीए बढ़ा, बैंकों को गहराते संकट से उबारने के उपाय ऊंट के मुंह में जीरे के सामान, गलतियों से सबक सीखने के प्रति लापरवाही, दिवालिया संहिता से सवालिया घेरे में बैंक, याराना पूंजीवाद और भगोड़ों पर कोई खास अंकुश नहीं
विधानसभा चुनावों के नतीजों और कोविड-19 की दूसरी लहर के कारण पिछले सात साल में शायद पहली बार भाजपा और उसका केंद्रीय नेतृत्व बैकफुट पर, मगर क्या विपक्ष मुकाबले की एकजुट ताकत दिखा पाएगा
महामारी की भयंकर दूसरी लहर में बेबस लोग अस्पताल, ऑक्सीजन, दवाइयों के अभाव में बेमौत मरने को मजबूर, सारा ढांचा चरमराया, सत्ता के अपने खेल में मस्त लापरवाह सरकार की खुली पोल