मोदी समर्थक और मोदी विरोधियों की दो-टूक सियासी बंटवारे की यह आंधी तो सौ साल के इतिहास में कभी नहीं दिखी, फिल्मोद्योग में सियासी खेमेबंदी काफी कड़वाहट भी पैदा करने लगी है, जिसके नतीजे दिख सकते हैं आगे भी
आर्थिक उदारीकरण और सुधारों की वकालत है गुम, बीच बहस में अब आया आम आदमी
बागपत, कैराना, सहारनपुर, देवबंद, मुजफ्फरनगर, मेरठ से उभरते संकेतों का दूर तक हो सकता है असर, भाजपा के सामने सपा-बसपा-रालोद गठबंधन सबसे बड़ी चुनौती
आम चुनाव भावनात्मक मुद्दों का मोहफांस तोड़कर जीवन के असली मुद्दों की उपेक्षा का जवाब तलाशने का वक्त
पाकिस्तान से तनाव तो घटा लेकिन आम चुनावों के मद्देनजर राष्ट्रवाद पर नई जंग हुई शुरू
आखिर कब शहीदों के जनाजों का सिलसिला टूटेगा!
पांच साल की मोदी सरकार ने छठवें बजट में कई वर्गों को खुश करके चुनावी फसल काटने की उम्मीद लगाई
महा मुकाबले की मोर्चेबंदियां दोनों ओर लगभग तय, 2019 भी साबित हो सकता है अहम सियासी मुकाम