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मैगज़ीन डिटेल

आवरण कथा/उत्तर प्रदेशः जिंदगी से बदहाल गुदड़ी के लाल

कासगंज और बुलंदशहर के रहने वाले मजदूर मानते हैं कि मीडिया की पूछ बंद हो जाए तो जिंदगी गड्ढे में ही कटनी है

झारखंडः धीरज का कारू का खजाना

आयकर छापे में करोड़ों की नकदी की बरामदगी पर भाजपा का हल्ला बोल, मगर कांग्रेस ने झाड़ा पल्ला

नए सिपहसालारः पीढ़ी क्या बदल रही

राजनैतिक फलक पर नेताओं की नई पांत की आमद

मिजोरमः नए को राज

तौलपुइ गांव में एक किसान परिवार में 22 फरवरी 1949 को जन्मे ललदुहोमा मिजोरम की राजनीति में कोई नए नहीं हैं

छत्तीसगढ़ः आदिवासी अहमियत

साय के शब्दकोश में नाराजगी शब्द नहीं है

तेलंगानाः युवा जोश को तरजीह

एक तेजतर्रार युवा नेता, जो सबको साथ लेकर चलता है

राजस्थानः 'भजन' भरोसे राज

भजन लाल शर्मा बीते तीन दशक में हरिदेव जोशी के बाद राजस्थान के दूसरे ब्राह्मण मुख्यमंत्री बने हैं

आवरण कथा/उत्तरकाशी के संकटमोचनः इन नायकों को गैर-बराबरी की सुरंग से कौन निकालेगा?

जो 41 लोग बचाए गए वे मजदूर हैं, जिन 12 ने बचाया वे भी मजदूर हैं, दोनों ही सामाजिक व्यवस्था के हाथों मजबूर, सवाल इन्हें नायक बनाने से आगे का है

आवरण कथा/हिमाचल प्रदेशः एक दुःस्वप्न का अंत

अंधेरी सुरंग में सत्रह दिन के पीड़ादायक अनुभव

आवरण कथा/दिल्लीः अंधेरी सुरंगों में रेंगती जिंदगी का उत्सव

जान जोखिम में डालकर दूसरों की सुविधा का इंतजाम करने वाले निम्न वर्ग के मजदूरों की जिंदगी खुद अंधेरी सुरंग में कैद

आवरण कथा/अवैध खुदाईः गुमनाम मौतों के सूबे में

धनबाद के दर्जनों गांवों के बाशिंदों के लिए रोजगार का संकट उन्हें अवैध खनन की ओर ले जाता है

आवरण कथा/नजरियाः जान बड़ी या 45 मिनट बचत?

सिलक्यारा सुरंग हादसे ने हिमालयी क्षेत्र में चल रहे सड़क चौड़ीकरण पर ही प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए

आवरण कथा/ समीक्षाः मजदूर केंद्रित सिनेमा के रंग

लगातार नाउम्मीद होती जाती दुनिया में उम्मीद, और बस उम्मीद ही एक कामगार की घड़ी को टिकटिक करते हुए चलने की प्रेरणा दे सकती है

क्रिकेटः दौलत बड़ी या लॉयल्टी!

हार्दिक पंड्या के मुंबई इंडियंस में जाने पर बहस छिड़ी कि पैसे के लिए नई टीम में जाना कितना सही

गोवा फिल्म महोत्सवः सिनेमा के एंडलेस बार्डर्स

आठ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का 54वां संस्करण नए निर्देशकों, अनूठी फिल्मों और बेहतरीन कलाकारों से गुलजार रहा

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

राजनीति: आइए संसदीय ‘तंत्र’ लोक में!

संसद से रिकॉर्ड संख्या में सांसदों का निलंबन और हाल की कई विधायी घटनाओं से केंद्रीकरण बढ़ने और संसदीय लोकतंत्र पर खतरे की आशंका

राजनीति: महुआ रंग-प्रसंग

निष्कासन के खिलाफ महुआ सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं, जहां सुनवाई होनी है

पत्र संपादक के नाम

पाठको की चिट्ठियां

शहरनामा/बेलपहाड़

खदानों में जीवन का रंग भरता शहर

प्रथम दृष्टिः ताकि सनद रहे

इस मिशन के सफल होने के बाद भी उनकी अपनी जिंदगी में बहुत कुछ बदलने वाला नहीं। उन्हें कुछ दिनों बाद भुला दिया जाएगा जैसे हर आपदा के बाद उनके जैसे कई नायकों को भुला दिया जाता है। उन्हें न सिर्फ याद रखा जाना चाहिए, बल्कि उनके लिए भी कुछ किया जाना चाहिए

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