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मैगज़ीन डिटेल

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम/बुल्लू कुमारः आजकल थिएटर वालों की मांग है

दो बार बिहार से मुंबई गए लेकिन काम न मिलने की वजह से लौट आए

विधानसभा चुनाव’24 जम्मू-कश्मीर: टोपी पहनाने का चुनाव

नेशनल कॉन्फ्रेंस के गढ़ में उमर अब्दुल्ला ने मतदाताओं से अपनी इज्जत बचाने की लगाई गुहार

विधानसभा चुनाव’24 हरियाणा: भगवा कुनबे में बगावत

दस साल की एंटी-इन्कंबेंसी और परिवारवाद, जातिवाद, क्षेत्रवाद जैसे समीकरण साधने के चक्कर में सत्तारूढ़ भाजपा कलह के चक्रव्यूह में फंसी

विधानसभा चुनाव’24 हरियाणा: कांग्रेस की चुनौती खेमेबाजी

पार्टी चुनाव दोतरफा होने के आसार से उत्साहित, बाकी सभी वजूद बचाने में मशगूल

मध्य प्रदेश: बलात्कार के तमाशबीन

उज्जैन में सरेराह दिनदहाड़े हुए बलात्कार पर लोगों का चुप रहना, उसे शूट कर के प्रसारित करना गंभीर सामाजिक बीमारी की ओर इशारा

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम: ग्लोबल मंच के लोकल सितारे

सिंगल स्क्रीन सिनेमाहॉल का दौर खत्म होने और मल्टीप्लेक्स आने के संक्रमण काल में किसी ने भी गांव-कस्बे में रह रहे लोगों के मनोरंजन के बारे में नहीं सोचा, ओटीटी का दौर आया तो उसने स्टारडम से लेकर दर्शक संख्या तक सारे पैमाने तोड़ डाले

आवरण कथा/मायानगरी के नए सितारे: तलछट से उभरे सितारे

फिल्मों में मामूली भूमिका पाने के लिए वर्षों कास्टिंग डायरेक्टरों के दफ्तरों के चक्कर लगाने वाले अभिनेता आजकल मुंबई में पहचाने नाम बन गए हैं, उन्हें न सिर्फ फिल्में मिल रही हैं बल्कि छोटी और दमदार भूमिकाओं से उन्होंने अपना अलग दर्शक वर्ग भी बना लिया

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम/फैसल मलिक: "संघर्ष के दिन ज्यादा रचनात्मक थे"

फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर के लगभग सभी कलाकार आज बड़े नाम हो चुके हैं, लेकिन उसके जरिये एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाले फैसल मलिक के लिए संघर्ष के दिन कुछ और साल तक जारी रहे।

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम/अशोक पाठक:“मेरी कामयाबी जादुई और सपने जैसी है’’

बचपन में गांव-गांव रुई बेचने से लेकर फिल्मी दुनिया की सबसे बड़ी महफिलों में से एक कान फिल्म फेस्टिवल तक का सफर तय करना अशोक पाठक के लिए आसान नहीं रहा है

आवरण कथा/ओटीटी स्टारडम/इंटरव्यू/दुर्गेश कुमार: “अचानक लोगों का नजरिया बदल गया है’’

मेरा भाई यूपीएससी की तैयारी कर रहा था और मैं भी वही करना चाहता था।

पेरिस पैरालंपिक: कहानी सूरमाओं की

पेरिस में भारत के शानदार प्रदर्शन से दिव्यांग एथलीटों की एक पूरी पीढ़ी को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिली

फिल्म: हिंदी सिनेमा में बलात्कार की संस्कृति

बलात्कार की संस्कृति को हिंदी फिल्मों ने लगातार वैधता दी है और उसे प्रचारित किया है

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

विमर्श: जाति जनगणना के दस अर्धसत्य

हर अर्धसत्य में राई बराबर सच्चाई, लेकिन उसके सहारे सच के पहाड़ को छुपाने का खेल

पड़ोस/नजरिया: महाशक्तियों के खेल में बांग्लादेश

बांग्लादेश का घटनाक्रम दक्षिण एशिया के भीतर शक्ति संतुलन और उसमें अमेरिका की भूमिका के संदर्भ में देखे जाने की जरूरत

फूलन का गांव: शेखपुर गुढ़ा की फूलन देवियां

शेखपुर गुढ़ा और बेहमई महज पचास किलोमीटर दूर स्थित दो गांव नहीं हैं, बल्कि चार दशक पहले फूलन देवी के साथ हुए अन्याय के दो अलहदा अफसाने हैं

पुस्तक समीक्षा: राजनीति और कविता

यह राजनीतिक समय है। प्रेम हो या विश्वविद्यालय राजनीति से बाहर आज कुछ नहीं है

पुस्तक समीक्षा: मुस्लिम मर्म

प्रसिद्ध विचारक राजमोहन गांधी की किताब अंडरस्टैंडिंग मुस्लिम माइंड बेहद महत्वपूर्ण है

प्रथम दृष्टि: सौ करोड़ का हुनर

ओटीटी की बदौलत तीसरी श्रेणी के स्टारों का उदय हुआ, जो साधारण भूमिकाओं को भी असाधारण बना देते हैं। ऐसे कलाकार बॉलीवुड की तीसरी दुनिया की नुमाइंदगी करते हैं। इस दुनिया में उनकी प्रतिस्पर्धा किसी स्टार किड से नहीं, बल्कि उनसे होती है जो समान पृष्ठभूमि से आते हैं

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पाठको की चिट्ठियां

शहरनामा: रुद्रपुर

मच्छरों से मुक्त एक शहर की दिलचस्प कथा

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