आंदोलन किसान स्वाभिमान से जुड़ा और उसने नई धार पकड़ी तो राज्य की सियासी सरगर्मी भी तेज हो उठी
नेताजी के जन्मशती समारोह में जय श्रीराम का नारा लगना भाजपा पर उल्टा पड़ा
राज्य सरकार की कथित अवैध संपत्तियों पर कार्रवाई से विपक्ष हमलावर
जदयू को मजबूत करने और अपनी खोई साख बहाल करने की खातिर नीतीश ने किए तेवर कड़े, भाजपा संभल कर चल रही अपने पत्ते
स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी के बाद उनकी मानवाधिकार संस्था के जनहित के काम लगभग ठप, आदिवासी अधिकारों की लड़ाई हुई धीमी
दक्षिण दिल्ली नगर निगम के होटल-रेस्तरां में हलाल और झटका मीट का जिक्र करने के आदेश को विपक्ष ने ध्रुवीकरण की राजनीति का हिस्सा बताया
गणतंत्र दिवस की घटना और सरकार के रवैए से किसान आंदोलन अब खासकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्था न के साथ देश के कई अन्य हिस्सों में आन-बान-शान का मुद्दा बना
अगर सरकार के सामने कोई मजबूरी है तो मैं उसे समझ सकता हूं। लेकिन इसके लिए हमें एक साथ बैठने और उस मजबूरी पर चर्चा करने की जरूरत है।
पश्चिमी यूपी में किसान-आंदोलन ने मिटाई दूरियां, धुर-विरोधी हुए एक; कई दल अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिश में
खाप, सर्वजाति पंचायतें आगे आईं तो किसान आंदोलन को मिली नई जान, राज्य की भाजपा-जजपा सरकार के लिए बढ़ी मुश्किल
जो स्टारडम उनकी कोई फिल्म न ला सकी, वो स्टारडम दिव्येंदु के लिए चर्चित वेब शो मिर्जापुर ने ला दिया
अध्यक्ष का चुनाव जून तक फिर टला, पांच राज्यों के चुनावों में पार्टी का भविष्य दांव पर
एलआइसी का आइपीओ देश का अब तक का सबसे बड़ा आइपीओ होगा, लेकिन जीवन बीमा बाजार में एलआइसी का प्रभुत्व कम होने का डर
कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी अब सेलेब्रिटी किसान हो गए हैं। जैविक खेती में उन्होंने हाथ आजमाया है जो लोगों को खूब भा रहा है
प्रख्यात नृत्यांगना सितारा देवी का यह जन्मशताब्दी वर्ष है
अगर कहानियों में नायिकाएं विद्रोह पर उतर आएं, तो समझ जाइए कि समाज में बदलाव धीरे-धीरे दस्तक देने लगा है
इस संग्रह की कहानियां जटिलताओं से भरे यथार्थ को पाठकों के सामने रखती हैं
कई राज्यों में लक्ष्य से केवल 30-50 फीसदी ही लगी वैक्सीन, लेकिन वैक्सीन का ज्यादा भंडार भी बन सकता है समस्या
बापू के सत्याग्रह के प्रयोग का गवाह रहा एक शहर
निजता हमारा मूलभूत अधिकार भले हो, हमें आज पता भी नहीं चलता है कि उसका किस व्यापक स्तर पर उल्लंघन हो रहा है। ऐसी परिस्थिति में सोशल मीडिया पर फूंक-फूंक कर कदम रखने की जरूरत है
महामारी के दौर में जब व्यक्ति को सबसे ज्यादा संवेदना और प्रेम की आशा थी, तभी उसे यह नहीं मिला