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मैगज़ीन डिटेल

कोविड दौर में शिक्षा: कोई लौटा दे मेरे...

महामारी के दौर में अनेक छात्र ऑनलाइन पढ़ाई से वंचित, यह व्यक्तित्व के विकास में भी बाधक

सब पर भारी शिव

शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी की पहली पसंद नहीं हैं

लोजपा घमासान: कौन भेदिया बंगला लूटल रे....

दिवंगत रामविलास पासवान के निधन के कुछ महीने बाद ही लोक जनशक्ति पार्टी चचा-भतीजे में बंटी तो कई सियासी कयास हवा में

उत्तराखंड: कुंभ कोविड फर्जीवाड़ा

हरिद्वार में फर्जी कोविड जांच रिपोर्ट की पड़ताल के लिए एसआइटी के बावजूद सियासी आरोप-प्रत्यारोप शुरू

छत्तीसगढ़: सुलगते सवालों की आंच

भूपेश सरकार के ढाई साल पूरे, लेकिन ‘सिलगेर’ गोलीकांड ने पुराने जख्मों को हरा करने के अलावा सरकार के ढीले रवैए को भी किया उजागर

आवरण कथा/महंगाई और महामारी: कोविड से टूटे कीमतों से दोहरे

महामारी के कारण करोड़ों लोग बेरोजगार हुए या कमाई घटी, अब महंगाई ने जीना किया मुहाल

आवरण कथा/महंगाई और महामारी: करोड़ों के हाथ आई गरीबी

कोविड-19 से हर तबका प्रभावित, कोई बिजनेस बेचने तो कोई मेड का काम करने को मजबूर, लेकिन अमीरों की अमीरी भी बढ़ी

क्रिकेट: काबिलियत दिखाने का मौका

स्विंग पर नियंत्रण भारतीय टीम को इंग्लैंड में फतह दिला सकती है

मीडिया ट्रायल/सुशांत प्रकरण: अनसुलझी पहेली का कलंक

चर्चित अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की गुत्थी साल भर बाद भी केंद्रीय एजेंसियां सुलझा न पाईं, न मीडिया पर लगा दाग धुल पाया

बॉलीवुड की रिया से दूरी

बीते एक साल में सुशांत प्रकरण की गुत्थी उलझती गई, जांच एजेंसियां अब तक कुछ भी ठोस सामने लाने में नाकाम रही हैं

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की हलचल

भाजपा: मुकाबले के तेवर

विपक्षी खेमों से ही नहीं, भाजपा के भीतर भी हलचलें हुईं तेज और चुनौतियां कई शक्ल में सिर उठाने लगीं

क्लबहाउस ऐप: सियासी एजेंडे का नया अखाड़ा

सोशल मीडिया ऑडियो ऐप बना नया सियासी अड्डा, भारत में राजनैतिक दल से लेकर इन्फ्लुएंशर तक एजेंडा तय करने के लिए कर रहे इस्तेमाल

इंटरव्यू/तीरथ सिंह रावतः “दोषियों की खैर नहीं”

कुंभ जांच फर्जीवाड़े और आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर बातचीत

पुस्तक समीक्षा: आज के दौर में धूमिल

कविता के एग्री यंगमैन सुदामा पांडे धूमिल का जीवन मात्र 39 वर्ष का रहा।

पुस्तक समीक्षाः मर्मस्पर्शी कविताएं

सहज अभिव्यक्ति और मानवीय संबंधों पर लिखी कविताएं आकर्षित करती हैं

गलवन टकराव वर्षगांठ: गफलतों से सीखने का वक्त

गलवन घाटी में हुई गफलतों के सबक अल्पकालिक राजनैतिक फायदे की खातिर दफन करना मुनासिब नहीं

नजरिया: आंकड़े अधूरे, महंगाई कमरतोड़

कीमतों पर फौरन काबू पाए सरकार और लोगों के हाथ में पैसा दे

संपादक की कलम से: किसका दुखड़ा रोऊं!

इंसाफ के बहाने कामयाब बिक्री का कारनामा सुशांत की गर्ल फ्रेंड रिया चक्रवर्ती को मुख्य संदिग्ध साबित करने पर उतर आया

संपादक के नाम पत्र

भारत भर से आईं पाठकों की चिट्ठियां

अंदरखाने

सियासी दुनिया की हलचल

खबरचक्र

चर्चा में रहे जो

शहरनामा/कानपुर

कानपुर में कभी कोई अकेला नहीं महसूस नहीं करता

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