Advertisement
मैगज़ीन डिटेल

पत्र संपादक के नाम

पाठको की चिट्ठियां

पर्यावरण रक्षाः महाराष्ट्र का चिपको आंदोलन

नासिक सिंहस्थ के लिए साधु ग्राम बसाने की खातिर राज्य सरकार 1,700 पेड़ों को काटने तो घरेलू कामगार बचाने के लिए एकजुट

झारखंडः ‘सर’ का भ्रम और भय

एसआइआर जांच के बहाने, राज्य में 12 लाख मतदाताओं के नाम हटाए जाने के शोर-शराबे से दहशत और असमंजस का माहौल

केरलः यह कैसा इंसाफ? सवाल

बहुचर्चित एक्ट्रेस अपहरण और बलात्कार मामले में एक्टर दिलीप के बरी होने से मलयालम फिल्म इंडस्ट्री दो खेमों में बंटी

आवरण कथा/हिरोइनों की नई पौधः परदे की परियां

हिंदी सिनेमा नए दौर से गुजर रहा है, न सिर्फ फिल्मों के कथानक को लेकर बल्कि नायक और नायिकाओं को लेकर भी

आवरण कथा/हिरोइनों की नई पौधःनई उमर की नई फसल

बॉलीवुड में इन दिनों नई पीढ़ी, नए चेहरे, नई ऊर्जा और नए सपनों की हलचल है, स्क्रीन पर चमकते ये चेहरे सिर्फ सुंदरता से नहीं मोहते, बल्कि दमदार उपस्थिति, शानदार अभिनय भी उनकी ताकत, कुछ फिल्मी विरासत के साथ, तो कुछ अपने दम पर हौले-हौले फिल्माकाश में चमक बिखेर रहे

फुटबॉल नायकः मेसी महा हंगामा

फुटबॉल प्रेमियों का बेजोड़ शहर महान खिलाड़ी मेसी को देखने-सुनने उमड़ा मगर वीआइपी भीड़ के घेरे में सब गुम हुआ तो अफरा-तफरी फैली

सप्तरंग

ग्लैमर जगत की खबरें

इंटरव्यू/स्मिता पाटिल पुण्यतिथिः ‘स्टार नहीं, स्मृति का हिस्सा’

स्मिता पाटिल (1955–1986) भारतीय समानांतर सिनेमा की अग्रणी और सबसे प्रभावशाली अभिनेत्रियों में से थीं।

फिल्म : निगरानी के फ्रेम में दिखता पूर्वोत्तर

ओटीटी प्लेटफार्मों पर अब पूर्वोत्तर दिखने लगा है, लेकिन अभी भी वहां की असली फिजा दिखाई देने में वक्त लगेगा

भारत-रूसः पुतिन के दौरे का हासिल

रूसी राष्ट्रपति के दौरे का भले कोई बड़ा नतीजा न निकला, लेकिन उससे रिश्ते की मजबूती फिर साबित हुई

संचार साथी ऐपः डिजीटल अय्यारी

गोपनीयता संबंधी विवाद के बीच दूरसंचार विभाग ने फोन पर अनिवार्य संचार साथी प्रीलोड रद्द किया

हवाई सफरः इंडिगो जमीं पर

देश में लगभग एकाधिकार रखने वाली इंडिगो नियमों में थोड़ी-सी कसावट से जमीं पर, महज कुप्रबंधन और बेपरवाही या फिर संकट और बड़ा

संगीत-नृत्यः तवायफों की दास्तान

33 भूली बिसरी तवायफ गायिकाओं को मंच पर एक बार फिर से नृत्य संगीत के जरिये साकार किया गया

पुस्तक समीक्षाः गंगा की बर्बादी कथा

यह किताब भारत में निषादों की बदहाल स्थिति से लेकर पंडों के बीच वर्चस्व की लड़ाई और धार्मिक संस्थानों का राजनीतिक दलों से करीबी संबंध जैसे कई मुद्दों की तरफ पाठकों का ध्यान आकर्षित करता है।

पुस्तक समीक्षाः कहानीपन बाकी है

इस किताब का संदेश है कि मनुष्य जितना प्रकृति से विमुख होता जाएगा, समाज के लिए परिणाम उतना ही घातक सिद्ध होगा

प्रथम दृष्टिः भाजपा का नबीन प्रयोग

नितिन नबीन के चयन के पीछे की सबसे अहम वजह भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का पार्टी की अगली पीढ़ी के नेताओं को तैयार करने की रणनीति दिखती है। हालांकि कुछ इसे अगले चुनावों से जोड़ रहे हैं तो कुछ इसके जाति समीकरण टटोल रहे हैं

शहरनामाः भुज

सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत मंच

Advertisement
Advertisement
Advertisement